जयपुर। देव दिवाली पर शुक्रवार को छोटीकाशी के देवालय एक फिर से जगमगा उइे। आराध्य देव गोविंद देवजी मंदिर में कार्तिक पूर्णिमा पर मंगला से शयन झांकी तक श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। सुबह-शाम की झांकियों में महिलाओं ने मंदिर में दीपदान किया। कल्प वृक्ष, आंवला, बड़, पीपल, केला जैसे धार्मिक वृक्षों के नीचे बड़ी संख्या में दीपदान किया गया। संध्या आरती के दौरान घरों में दीपदान किया गया। कार्तिक पूर्णिमा को भीष्म पंचक और कार्तिक स्नान पूर्ण हो गया।
उधर, कार्तिक स्नान करने वाले हजारों श्रद्धालु गलताजी पहुंचे और जयकारों के साथ आस्था की डुबकी लगाई। स्नान कर श्रद्धालुओं ने दान-पुण्य किया। गलता गेट स्थित मंदिर श्री गीता गायत्री जी पं. राजकुमार चतुर्वेदी के सान्निध्य में गलता तीर्थ में पधारे श्रद्धालुओं का स्वागत चाय पिलाकर किया गया। मंदिर प्रवक्ता नीतीश चैतन्य चतुर्वेदी ने बताया कि मंदिर परिसर को रंग बिरंगी झालरों से सजाया गया। संध्या को महाआरती कर दीपक जलाए गए।
गर्भगृह में सजा रास का खाट:
ठिकाना मंदिर श्री गोविंद देवजी में कार्तिक पूर्णिमा रास पूर्णिमा के रूप में मनाई गई। संध्या झांकी के बाद महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में शाम सात से सवा सात बजे तक विशेष रास पूर्णिमा उत्सव झांकी के दर्शन हुए। विशेष झांकी में ठाकुर श्रीजी के सम्मुख रास का खाट सजाया गया। इसमें चौसर, शतरंज की झांकी के दर्शन हुए। दूध, पान एवं इत्र की विशेष सेवा अर्पित की गई। ठाकुर श्रीजी को खीर एवं मावा लड्डू का विशेष भोग अर्पण किया गया। धार्मिक मान्यता है कि भगवान कृष्ण ने कार्तिक पूर्णिमा को ही महारास लीला की थी।
मंदिर के सेवाधिकारी मानस गोस्वामी ने बताया कि इससे पूर्व मंगला झांकी के दर्शन सुबह 4 बजे से 5:30 बजे तक हुए। मंगला झांकी के बाद ठाकुर श्रीजी का वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पंचामृत अभिषेक कर सुनहरे पारचे की लप्पा जामा पोशाक धारण कराई गई। धवल फूलों की माला एवं अलंकारों से श्रृंगार किया गया।
राधा दामोदर-गोपीनाथ जी के किए दर्शन:
चौड़ा रास्ता स्थित राधा दामोदर जी मंदिर में महंत मलय गोस्वामी के सान्निध्य में कार्तिक पूर्णिमा उत्सव मनाया गया। गोविंद देवजी मंदिर में दर्शन कर श्रद्धालु यहां भी पहुंचे। पुरानी बस्ती स्थित गोपीनाथ जी मंदिर में महंत सिद्धार्थ गोस्वामी के सान्निध्य में कार्तिक पूर्णिमा की विशेष झांकी सजाई गई। बड़ी संख्या में महिलाओं ने दीपदान किया। सुभाष चौक पानों का दरीबा स्थित श्री सरस निकुंज में पीठाधीश्वर अलबेली माधुरी शरण महाराज के सान्निध्य में ठाकुर राधा सरस बिहारी सरकार को वेदोक्त मंत्रोच्चार के साथ अभिषेक किया गया।
पूर्णिमा पर धवल श्रृंगार कर सफेद व्यंजनों का भोग लगाया गया। रामगंज स्थित लाड़लीजी, चांदनी चौक स्थित आनंद कृष्ण बिहारी सहित अन्य वैष्णव मंदिरों में कार्तिक पूर्णिमा पर महिलाओं ने शाम को दीपदान किया। दुर्गापुरा स्थित श्री राधा मोहन जी मंदिर में देव दिवाली मंदिर महंत जगदीश शर्मा के सान्निध्य में मनाई गई। ठाकुरजी का सुबह पंचामृत अभिषेक कर नवीन पोशाक धारण कराई। भगवान की फूलों की आकर्षक झांकी सजाई गई।