जयपुर। नेट थिएट कार्यक्रमों की श्रृंखला में प्रोग्रेसिव फोरम संस्था की ओर से बच्चों में छपी नैतिक शिक्षाएं और समाज मे कमजोरो तबके के शोषण और सामाजिक संरचनाओं पर सवाल करता नाटक डकैत चूहे के मंचन ने दर्शकों को झक झोर दिया। नेट थिएट के राजेंद्र शर्मा राजू ने बताया कि वरिष्ठ रंगकर्मी सरताज नारायण माथुर द्वारा प्रोड्यूस नाटक में आशीष पाठक द्वारा लिखित और डॉ.गिरीश कुमार यादव द्वारा निर्देशित रंगकर्मी दिव्यांश शिवनानी ने भावपुर्ण एवं सशक्त अभिनय से नाटक को जीवंत किया।
कथाकार आशीष पाठक की कहानी एक भावनात्मक दृश्य से शुरू होती है, जहाँ दादी (नानी) बच्चों को पारंपरिक लोक कथाएँ सुनाती हैं। उनके शब्दों में छिपी नैतिक शिक्षाएँ मन को मोह लेती हैं। लेकिन यह परंपरा आज के युग में डिजिटल स्क्रीन और सोशल मीडिया के कारण पीछे छूट गई है, जिससे मानवीय जुड़ाव और सांस्कृतिक जड़ों से दूरी बढ़ गई है।
दूसरे भाग में, एक कहानीकार हाशिए पर पड़े लोगों की आवाज बनता है और एक गरीब ग्रामीण परिवार की भ्रष्टाचार और सामाजिक असमानता से लड़ाई की कहानी सुनाता है। यह कथा अन्याय, लालच और सत्ता द्वारा कमजोरों के शोषण को उजागर करते हुए समाज की संरचनाओं पर सवाल खड़े करती है और दर्शकों को सच्चाई उजागर करने और बदलाव लाने की कहानियों की शक्ति पर विचार करने के लिए प्रेरित करती है। नाटक में कैमरा मनोज स्वामी, संगीत सरगम भटनागर और प्रकाश व्यवस्था सावन जांगिड़ की राही । मंच व्यवस्था गरिमा सिंह राजावत, श्वेता चोलागाई, और गिरीश ने संभाली।