जयपुर। शहर का एपेक्स हॉस्पिटल देश का पहला ऐसा कैंसर केयर सेंटर बन गया है, जहां नेजोफेरिंस कार्सिनोमा (सिर और गर्दन के कैंसर का एक प्रकार) नामक कैंसर से चौथी स्टेज में जूझ रहे मरीज को इम्यूनोथैरेपी ड्रग टोरिपालीमेब सफलतापूर्वक इंजेक्ट किया गया है। इससे पहले ये ड्रग अमेरिका और चायना में ही उपलब्ध थी। एपेक्स हॉस्पिटल के मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. पुलकित नाग के निर्देशन में हुए इस इलाज के बाद मरीज का बिना किसी साइड इफेक्ट के डिस्चार्ज कर दिया गया है।
डॉ. नाग ने बताया कि पहले ये कैंसर जब अंतिम अवस्था यानि की फोर्थ स्टेज में डायग्नोस होता था तो इसके लिए सिर्फ कीमोथैरेपी ही एकमात्र विकल्प था जिसको देने की सीमा होती थी, ऐसे में इन मरीजो के इलाज कर पाना बेहद मुश्किल भरा रहता था एवं लंबे समय तक बीमारी को कंट्रोल नहीं किया जा सकता था। डॉ. नाग ने बताया कि इसी साल डॉ.रेड्डी ने यह इम्यूनोथैरेपी ड्रग टोरिपालीमेब खास तौर पर नेजोफेरिंस कार्सिनोमा के मरीजों के लिए तैयार की है, जो एक्सक्लूसिव इन्हीं मरीजो के लिए है। इससे बेहतर परिणाम के साथ ही साइड इफेक्ट भी नगण्य है। एपेक्स हॉस्पिटल यह ड्रग इस इलाज मे देने वाला देश का पहला अस्पताल बन गया है।