जयपुर। राजस्थान के तीन युवाओं ने कृषि को उन्नत बनाने और पर्यावरण संरक्षण में योगदान निभाने की दिशा में बड़ा कीर्तिमान हासिल किया है। राजसमंद के नारायण लाल गुर्जर, पूरन सिंह राजपूत और जयपुर के अंकित जैन की मेहनत ने स्टार्टअप ईएफ पॉलीमर के रूप में आकार लिया। इन्होंने लंबी रिसर्च के बाद आर्गेनिक सुपर एब्जॉर्बेंट पॉलिमर फसल अमृत तैयार किया है जो फलों के छिलकों के बायोवेस्ट से बना है। राइजिंग राजस्थान में ईएफ पॉलिमर ने हिस्सा लिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ईएफ पॉलिमर की स्टॉल पर विजिट किया। को फाउंडर अंकित जैन ने पीएम मोदी को प्रोडक्ट की जानकारी दी। पीएम ने फसल अमृत की सराहना की और ऐसे इनोवेटिव स्टार्टअप करने के लिए युवाओं को प्रेरित किया।
एमडीपीआई (मल्टीडिसिप्लिनरी डिजिटल पब्लिशिंग इंस्टीट्यूट) जैसी प्रतिष्ठित वैज्ञानिक पत्रिका में छपे शोध के अनुसार ईएफ पॉलिमर का जैविक उत्पाद फसल अमृत मिट्टी में पानी को रोकता है, कटाव को कम करता है, इसके उपयोग से 40 प्रतिशत कम पानी का उपयोग होता है, 20 प्रतिशत कम उर्वरक का उपयोग और इससे 15 प्रतिशत उपज अधिक होती है। हाल ही में इस स्टार्टअप को एशिया-पैसिफिक क्षेत्र के सबसे इनोवेटिव टेक स्टार्टअप के रूप में मान्यता देते हुए प्रतिष्ठित फोर्ब्स मैगजीन, इंडिया के कवर पेज पर ईएफ पॉलीमर के को-फाउंडर, सीबीडीओ जयपुर निवासी अंकित जैन और को-फाउंडर व सीओओ राजसमंद निवासी पूरन सिंह राजपूत को स्थान मिला है।
फसल अमृत राजस्थान जैसे क्षेत्रों जहां पानी की किल्लत है साथ ही अधिक वर्षा वाले इलाकों में भी समान रूप से कारगर है। 2018 से शुरू हुआ ईएफ पॉलीमर आज भारत, जापान, अमेरिका, फ्रांस, ब्राजील, कज़ाकिस्तान, रूस, चाइना, यूक्रेन, अर्जेनटिना समेत 10 देशों में कार्यरत है। राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र के हजारों किसान ईएफ पॉलीमर से जुड़े हुए हैं।