जयपुर। राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान जयपुर के अगद तंत्र विभाग की नशा मुक्ति इकाई का विश्व स्वास्थ्य संगठन की सीरो टीम द्वारा दो दिवसीय निरीक्षण किया गया। इस दौरान डब्ल्यूएचओ सीरो के रीजनल एडवाईजर, टोबैको फ्री इनिशिएटिव डॉ. जगदीश कौर एवं टैक्निकल ऑफिसर ( ट्रेडीशनल मेडीसीन) डॉ. पवन कुमार गोदतवार द्वारा संस्थान के अस्पताल के अंतर्गत चलाई जा रही नशा मुक्ति इकाई ( अंतरंग विभाग ) एवं बहिरंग विभाग का निरीक्षण किया गया। इसमें उन्होंने इकाई में भर्ती मरीजों से मिलकर वहाँ उनके ईलाज के साथ चल रहे पंचकर्म थेरेपी, योग – प्राणायाम एवं मनोवैज्ञानिक थैरेपी के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
कुलपति प्रो. संजीव शर्मा ने बताया कि संस्थान में नशा मुक्ति इकाई 2016 से चलायी जा रही है जिसमें अब तक 1500 से अधिक मरीज स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर चुके हैं| कुलसचिव व अगद तंत्र की विभागाध्यक्ष प्रो. अनिता शर्मा ने बताया कि इस क्षेत्र में विभाग द्वारा हॉस्पिटल में नशा मुक्ति इकाई संचालन के साथ- साथ विभिन्न रिसर्च कार्य भी किये जा रहे हैं।
निरीक्षण के दौरान अगद तंत्र विभाग से प्रो. शरद एम पोर्टे, वैद्य अमोल सुधाकर कडू, डॉ. दिनेश कुमावत एवं सभी पीएचडी – पीजी अध्येता उपस्थित रहे। इस दौरान वैद्य अमोल कडू एवं डॉ. दिनेश कुमावत के द्वारा विभिन्न नशा मुक्ति रिसर्च एक्टिविटी के बारे में अवगत करवाया गया। निरीक्षण टीम ने विभाग द्वारा कार्यरत नशा मुक्ति इकाई एवं संचालनकर्ताओं की सराहना करते हुए सभी से नशा मुक्त कैम्पस की अपील की।