जयपुर। जयपुर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने रत्न एवं आभूषण उद्योग में जेमफील्ड्स के खनन रोके जाने के निर्णय का स्वागत किया है। यह उल्लेखनीय है दुनिया की बड़ी माइनिंग कंपनी जेमफील्ड्स ने कुछ दिन पूर्व (एमराल्ड) पन्ना और रूबी की नीलामी प्रक्रिया पर चार प्रमुख प्रभाव डालने वाली चुनौतियों का समाधान करने के लिए रणनीतिक कदम उठाए हैं।
इन चुनौतियों में ज़ाम्बियाई पन्नों की बढ़ती आपूर्ति, उच्च क्वालिटी के रूबी उत्पादन में कमी, चीन के आर्थिक मुद्दों के कारण कमजोर लक्जरी बाजार, तथा मोज़ाम्बिक में लॉजिस्टिक्स पर नागरिक अशांति का प्रभाव शामिल हैं।
इन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए, जेमफील्ड्स ने खर्चों में कटौती, ज़ाम्बिया के काजेम खदान में खनन स्थगित करने और मोज़ाम्बिक में गैर-आवश्यक खर्च रोकने का निर्णय लिया है।
साथ ही, कंपनी 2025 के मध्य तक मोंटेपेज़ में दूसरा रूबी प्रोसेसिंग प्लांट पूरा करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
जयपुर चैंबर का मानना है कि जेमफील्ड्स के ये कदम रत्न व आभूषण को स्थिरता प्रदान करेंगे और दीर्घकालिक बाज़ार में इन दो रत्नों पन्ना व माणक के दामों को स्थायित्व प्रदान करेंगे। और ग्राहकों की माँग मजबूत होगी।
जयपुर चैंबर के अनुसार जयपुर के कच्चे माल की बड़ी ज़रूरत जेमफ़ील्ड पूरी करती है अंतर्राष्ट्रीय मार्केट में पन्ने व माणक की सप्लाई व दामों पर समन्वय हेतु यह एक सकारात्मक पहल है।