जयपुर। श्री शुक सम्प्रदाय पीठाधीश छोटे दादा गुरुदेव श्री रसिक माधुरी शरण जी महाराज के 126 वें जयंती महोत्सव के उपलक्ष्य में श्री सरस परिकर की ओर से अजमेर रोड पर नीलकंठ कॉलोनी स्थित श्री शुक संप्रदाय की आचार्य पीठ श्री बरसाना में शुक सम्प्रदाय पीठाधीश अलबेली माधुरी शरण महाराज के सानिध्य में हो रही नौ दिवसीय श्रीराम कथा में तीसरे दिन शुक्रवार को चारों राजकुमारों के प्राकट्य की लीला का श्रवण कराया गया।
व्यासपीठ से आचार्य राजेश्वर ने कहा कि भगवान श्रीराम का अवतार असुरों और पापियों का नाश करने के लिए हुआ था। भगवान राम ने बाल्यावस्था से ही असुरों का नाश किया। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का जीवन चरित्र अनंत सदियों तक चलता रहेगा। राम कथा में पिता के प्रति मां के प्रति और भाई के प्रति प्रभु राम का जो स्नेह, प्रेम रहा सदा सदा के लिए अमर है।
इस अवसर पर पूरा पंडाल भए प्रकट कृपाला, दीनदयाला… कौशल्या जायो लल्ला मोहल्ला में हल्ला मच्यो है…चारों कुंवर प्र्रगटे है आज, कौशल्या मैया दे दो बधाई से… गुंजायमान हो गया। शुक सम्प्रदाय पीठधीश अलबेली माधुरी शरण महाराज ने फल, खिलौने, टॉफी, चॉकलेट और मेवा की जमकर उछाल की। भक्तों ने भी पूरे उत्साह के साथ उछाल लूटी। बधाइगान पर श्रोताओं ने भक्तिभाव से नृत्य कर राम जन्म का आनंद उठाया।
प्रसंगानुसार भगवान राम के जन्म के बाद अयोध्या में हर तरफ खुशियां मनाई गई। पंचमुखी हनुमान जी मंदिर के महंत रामरज दास महाराज, चांदी की टकसाल स्थित काले हनुमान जी मंदिर के महंत गोपाल दास महाराज, युवराज राजकुमार शर्मा, योगेश शर्मा, अमरापुरा स्थान के संत मोनू महाराज सहित अनेक गणमान्य लोग कथाश्रवण के लिए पधारे। श्री सरस परिकर के प्रवक्ता प्रवीण बड़े भैया ने बताया कि प्रारंभ में रामगोपाल सराफ ने व्यासपीठ का पूजन किया। धीरेन्द्र माथुर, एडवोकेट प्रबल, सीए प्रशांत अग्रवाल सहित अन्य ने विभिन्न व्यवस्था संभाली। शनिवार को ठाकुर जी की बाल लीलाएं होंंगी। कथा नौ जनवरी तक प्रतिदिन दोपहर डेढ़ से शाम पांच तक होगी।