जयपुर। झोटवाड़ा थाना इलाके में साइबर ठग फर्जी पुलिसकर्मी बनकर एक बुजुर्ग को डिजीटल अरेस्ट कर पांच लाख रुपए ठग लिए। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
थानाधिकारी राजेंद्र सिंह शेखावत के अनुसार तारानगर निवासी 59 वर्षीय किशनसिंह चारण पुणे में एक प्राइवेट कम्पनी में काम करता है। उसके पास किसी ने पुलिसकर्मी बनकर कॉल किया और कहा कि आपने नाम से एक संदिग्ध पार्सल आया है। इसमें एमडी ड्रग्स रखा हुआ है।
आप थाने आ जाओ। आरोपी ने इस मामले में गिरफ्तारी और लंबे समय तक जेल जाने का भय दिखाया। आरोपी ने पीडित को उसके नकली पासपोर्ट की भी बात कहीं। आरोपी को डरा धमका कर केस से बचाने के लिए पांच लाख रुपए मांगे गए। आरोपी ने ऑनलाइन बड़े अधिकारी से भी बात करवाई गई। आरोपियों ने पीड़ित को इस घटना के बारे में किसी को बताने से इनकार किया।
बेटे से नाम से ऑनलाइन बैंक से करवाया लोन
पीडित ने साइबर ठगों की डिमांड पूरी करने के लिए आईसीआईसीआई बैंक से ऑनलाइन पर्सनल लोन करवाया। लोन की पांच लाख रुपए की राशि पीड़ित के खाते में आते ही उसने आरोपियों के बताए तीन खातों में यह राशि ट्रांसफर कर दी। पीड़ित ने अपने बेटे के नाम से यह लोन करवाया था।
थानाधिकारी राजेंद्र सिंह ने बताया कि पीड़ित ने साइबर ठगों के दो खातों में 2-2 लाख और तीसरे खाते में 94 हजार रुपए जमा करवाए थे। पीडित को जब ठगी का अहसास हुआ तो थाने पहुंच कर मामले की जानकारी दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर मामले की छानबीन कर रही है।