जयपुर। बजाज नगर थाना इलाके में उस समय हडकंप मच गया जब तीन यूटीबी नर्सिंगकर्मी गांधी नगर रेलवे स्टेशन स्थित पानी की टंकी पर चढ़ गए। युवकों के पानी की टंकी पर होने की जानकारी मिलने पर पुलिस और एसीपी मालवीय नगर मौके पर पहुंचे। जहां पुलिस के अधिकारियों ने छात्रों से वार्तालाप कर 2 घंटे की मशक्कत के बाद उन्हें नीचे उतारा। जानकारी के अनुसार इन छात्रों ने मुख्यमंत्री के नाम एक मांग पत्र भी पुलिस को दिया है। जिसके बाद पुलिस ने विभाग के प्रमुख सचिव से वार्ता का आश्वासन देकर छात्र नीचे उतारे।
यूटीबी नर्सिंगकर्मी के अनुसार उनकी मांगों में एक मांग यह है कि हाईकोर्ट ने सरकार को 5 नवंबर 2024 को वेतन भुगतान करने का आदेश किया था। अभी तक विभाग द्वारा कोई भी दिशा निर्देश व आदेश जारी नहीं किया गया है। सभी कर्मचारियों की सेवा वृद्धि, विभाग द्वारा अन्य जिलों की सेवा वृद्धि के अनुसार निरंतर रखा जाए। विभाग द्वारा अनुभव व बोनस हेतु न्यायालय में कर्मचारियों का भविष्य को ध्यान में रखते हुए बात रखी जाए।
तत्कालीन संयुक्त निदेशक डॉ. जोगेश्वर प्रसाद गर्ग ने झूठी व मिथ्या जांच रिपोर्ट बनाई। इसे याचिकाकर्ता द्वारा न्यायालय में अप्रमाणित प्रति प्रस्तुत की गई, जिसे विभाग ने निरस्त कर दिया था। इस झूठी रिपोर्ट के आधार पर कोर्ट व सीनियर अधिकारियों को गुमराह किया गया। अभ्यर्थीयों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया। मिथ्या रिपोर्ट को सिर्फ निरस्त किया गया। अधिकारियों पर कोई कार्यवाही नहीं हुई।
सरकार तत्कालीन संयुक्त निदेशक को तुरन्त प्रभाव से बर्खास्त करें।तत्कालीन संयुक्त निदेशक डॉ. जोगेश्वर प्रसाद एवं हरिसिंह भाटी ने सरकारी पद का गलत इस्तेमाल किया है। इसलिए इन दोनों जिम्मेदारों की जांच सीआईडी सीबी से कराई जानी चाहिए।यूटीबी भर्ती 2020 की जांच एसओजी से कराई जानी चाहिए। जिस से भर्ती में हुई गड़बड़ियों के बारे में जानकारी सामने आएगी।