जयपुर। जवाहर कला केन्द्र की ओर से आयोजित 10 दिवसीय सूत्रधार कार्यशाला की शुक्रवार को शुरुआत हुई। वरिष्ठ रंगकर्मी राजीव आचार्य के संयोजन में हो रही इस वक्तृत्व कला-आर्ट ऑफ़ स्पीकिंग कार्यशाला में प्रतिभागियों को अपनी स्पीकिंग स्किल को और मजबूत करने के गुर सिखाए जा रहे हैं। राजीव आचार्य ने बताया कि 20 प्रतिभागी कार्यशाला में हिस्सा ले रहे हैं, इच्छुक प्रतिभागियों के लिए आवेदन जारी हैं।
बताया गया कि पहले दिन की शुरुआत एक्सरसाइज से की गयी। पहले दिन सभी ने अपना परिचय दिया। अन्य प्रतिभागियों ने अवलोकन कर एक-दूसरे से सीखने का प्रयास किया, इससे आपसी सकारात्मक प्रतिद्वंदिता का माहौल विकसित किया गया। कई प्रतिभागी ऐसे रहे जिन्होंने पहली बार माइक पर अपनी बात कही, इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा, यह अभ्यास प्रतिदिन किया जाएगा। चूंकि भाषा का मूल वर्णमाला है इसलिए वर्णों के शुद्ध उच्चारण, उच्चारण स्थल की महत्ता पर प्रकाश डाला गया। प्रतिभागियों को संप्रेषण का महत्व बताया गया। अभिनय के विभिन्न अंगों पर भी बातचीत की गयी।
आगामी दिनों में अतिथि विशेषज्ञ कार्यशाला में हिस्सा लेंगे। शनिवार को वरिष्ठ अभिनेता और रेडियो नाटकों के विशेषज्ञ सर्वेश व्यास ‘माइक्रोफोन के उपयोग’ विषय पर प्रकाश डालेंगे। इस दौरान वाइस मॉड्यूलेशन पर भी चर्चा होगी। इसी के साथ ‘उद्घोषणा का मनोविज्ञान’ विषय पर चर्चा की जाएगी। उद्घोषणा के समय मंच का भय कैसे दूर किया जाए, कम्युनिकेशन स्किल कैसे ठीक हो, मंच संचालन के दौरान भाव-भंगिमाएं कैसी हो इन सभी पहलुओं पर बात की जाएगी।