जयपुर। भांकरोटा थाना इलाके में स्थित रेणु नर्सिंग होम गर्भवती महिला के पेट में ही बच्चे की मौत हो गई। बच्चे की मौत की जानकारी मिलने के बाद परिजनों में रोष फैल गया और उन्होने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा कर दिया। परिजनों का आरोप है कि हाईडोज देने से बच्चे की गर्भ में ही मौत हो गई। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने पीड़ित परिजनों की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।
बताया जा रहा हैं कि शब्बो 22 पति अतिकुर रहमान का आरोप है कि उसकी पत्नी गर्भवती थी और उसका उपचार रेणु नर्सिंग होम में डॉक्टर रेणु अग्रवाल की देखरेख में चल रहा था।
13 जनवरी को बिगड़ी तबियत
आरोप है कि 13 जनवरी को डॉक्टर रेणू ने बताया कि गर्भ में पल रहा बच्चा बिल्कुल स्वस्थ्य है। उसके बाद डॉक्टर रेणु ने कुछ दवाईया लिख कर दी। जिसे देने के बाद से ही शब्बों की तबियत बिगड़ गई।17 जनवरी को पीड़ित दम्पति जांच करवाने अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टर ने बताया कि बच्चे के दिल की धड़कन कम हो गई है। जिसके बाद पीड़ित दम्पति को जनाना अस्पताल के लिए रैफर कर दिया। डॉक्टर की सलाह पर पीड़ित अपनी पत्नी को लेकर चांदपोल स्थित जनाना अस्पताल लेकर पहुंचा तो पता चला की बच्चा दो दिन पहले ही गर्भ में मर चुका है। जिसके पश्चात जनाना अस्पताल में पीड़िता का ऑपरेशन कर मृत बच्चे को बाहर निकाला गया।
शिकायत करने पहुंचा पीड़ित तो नर्सिंग स्टाफ ने की बदसलूकी
पीड़ित अतिकुर रहमान का आरोप है कि बच्चे की मौत की खबर मिलने के बाद वो शिकायत करने के लिए रेणु नर्सिंग होम पहुंचा तो वहां मौजूद नर्सिंग स्टाफ ने उसके साथ बदसलूकी करते हुए हाथापाई शुरु कर दी। जिसके बाद गुस्साए परिजनों ने भी अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा कर दिया। वही डॉक्टर रेणु का कहना है कि गर्भवती महिला का उपचार उसकी देखरेख में चल रहा था। लेकिन पिता की मौत होने के कारण वो अस्पताल नहीं आ रही थी। 17 जनवरी को अस्पताल पहुंचने के बाद गर्भवती महिला की जांच की तो बच्चे की धड़कन सुनाई नहीं दे रही थी इस पर उसे जनाना अस्पताल रैफर किया गया था।