जयपुर। तारों की कूट सूर्य नगर के श्री शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में 19 से 24 जनवरी तक होने वाले छह दिवसीय श्रीमद् जिनेन्द्र शांतिनाथ, पंचमेरु-नंदीश्वर जिनबिम्ब पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महामहोत्सव के पूर्व शनिवार को मुनि समत्व सागर एवं मुनि शील सागर महाराज एवं गणिनी आर्यिका नंगमति माताजी का मंगल प्रवेश हुआ। एफएसएस मानसरोवर स्थित श्री आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर से मंगल विहार कर किया।
बी-2 बाईपास से शोभायात्रा के रूप में मेट्रो एनक्लेव की मुख्य सडक़ से होते हुए सूर्य नगर की हस्तिनापुर नगरी में मंगल प्रवेश किया। यहां मंदिर प्रबंधकारिणी समिति एवं महिला मण्डल की सदस्याओं ने अगवानी की। इसके बाद धर्म सभा में मुनिश्री के आशीर्वचन हुए। धर्मसभा के बाद मुनि संघ का मुख्य बाजार होते हुए सूर्यनगर के श्री शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में मंगल प्रवेश हुआ। मार्ग में कई स्थानों पर पाद प्रक्षालन एवं मंगल आरती की गई।
मंदिर दर्शन के बाद मुनि संघ की आहार चर्या हुई। गणिनी आर्यिका नंगमति माताजी का मंगल प्रवेश भी शनिवार को ही हुआ। माताजी दोपहर को नांगल्या स्थित विमल परिसर से मंगल विहार कर शाम को मंदिर पहुंची। प्रतिष्ठाचार्य पं. धर्म चन्द शास्त्री, सह प्रतिष्ठाचार्य जिनेश भैय्या के निर्देशन में महोत्सव की क्रियाएं बीटू बाईपास स्थित मेट्रो एनक्लेव पर बनाई गई हस्तिनापुर नगरी के पांडाल में होंगी। दो हजार श्रद्धालुओं की क्षमता का बड़ा पांडाल बनाया गया है। अन्य व्यवस्थाओं के लिए दो छोटे पांडाल बनाए गए हैं।
घटयात्रा के साथ शुरू, विश्व शांति महायज्ञ के साथ समापन:
रविवार 19 जनवरी को घटयात्रा एवं ध्वजारोहण से पंच कल्याणक महोत्सव का शुभारंभ होगा। इस दिन गर्भ कल्याणक पूर्व रुप की क्रियाएं होगी। सोमवार 20 जनवरी को गर्भ कल्याणक उत्तर रुप की क्रियाएं होंगी। मंगलवार, 21 जनवरी को जन्म कल्याणक मनाया जाएगा। इस मौके पर जन्माभिषेक शोभायात्रा निकाली जाएगी। पाण्डुक शिला पर 1008 कलशों से तीर्थंकर बालक शांति कुमार का जन्माभिषेक किया जाएगा।
बुधवार 22 जनवरी को तप कल्याणक की क्रियाएं होंगी। गुरुवार, 23 जनवरी को केवल ज्ञान कल्याणक मनाया जाएगा। मुख्य समन्वयक सुरेश बाकलीवाल ने बताया कि महामहोत्सव में शुक्रवार, 24 जनवरी को मोक्ष कल्याणक की क्रियाएं होगी। इस मौके पर विश्व शांति महायज्ञ के बाद रथयात्रा निकाली जाएगी। नवीन वेदियों में श्रीजी को विराजमान किया जाएगा।