जयपुर। नेताजी सुभाष चंद बोस के 128 वीं जयंती पर गुरूवार को अखिल भारतीय गौशाला सहयोग परिषद की ओर से टोंक रोड सांगानेर स्थित श्री पिंजरापोल गौशाला के जैविक वन औषधीय पार्क में पुष्पाजंलि और विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।
अखिल भारतीय गौशाला सहयोग परिषद के अंतरराष्ट्रीय संयोजक डॉ. अतुल गुप्ता, हैनिमन चेरिटेबल मिशन सोसाइटी की सचिव मोनिका गुप्ता सहित अनेक विशिष्ट लोगों, किसानों और गौसेवकों ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के चित्र पर पुष्पाजंलि अर्पित की।
विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि डॉ. अतुल गुप्ता ने कहा कि जिस प्रकार नेताजी ने गुलामी के विरूद्ध आंदोलन किया अब हम वैसे ही खेती में प्रयुक्त होने वाले जहरीले रसायनों की गुलामी के खिलाफ प्राकृतिक खेती का आंदोलन शुरू करने का संकल्प लेना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भी यही इच्छा है कि देश में प्राकृतिक खेती हो जिससे किसानों की आय तीन गुणा तक बढ़ेें।
डॉ. गुप्ता ने कहा कि 1943 में नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने आजाद हिंद फौज का नेतृत्व संभालकर स्वतंत्रता संग्राम को नई दिशा दी। उनके नारे जय हिंद, दिल्ली चलो, और तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आज़ादी दूंगा ने देशभक्ति का जोश भर दिया। 30 दिसंबर 1943 को उन्होंने पोर्ट ब्लेयर में तिरंगा फहराया और मणिपुर के मोइरांग में तिरंगा लहराकर आजादी का संदेश दिया।