जयपुर। सवाई मानसिंह अस्पताल परिसर में निर्माणाधीन आयुष्मान टावर में बुधवार सुबह अचानक आग लग गई। आग की सूचना पर बाईस गोदाम फायर स्टेशन से एक दमकल ने मौके पर पहुंच कर आग पर काबू पाया। आग से मौके पर रखा वायर और फाइबर सीट जल गई। आग लगने की वजह वेल्डिंग के दौरान निकली चिंगारी को बताया जा रहा है। घटना के दौरान बेसमेंट में लिफ्ट के वेल्डिंग का काम चल रहा था। आग लिफ्ट के रास्ते 22वीं मंजिल तक पहुंच गई थी। आग का धुआं करीब दो किमी दूर से नजर आ रहा था। मौके पर पहुंची दमकल ने आग पर करीब आधा घंटे में ही काबू पा लिया।
फायर कर्मचारी दीपक चंद ने बताया कि आयुष्मान टावर के बेसमेंट में लिफ्ट की बिल्डिंग का काम चल रहा था। इसी दौरान मौके पर रखा हुआ फाइबर ने आग पकड़ ली। इसके बाद आग का धुआं लिफ्ट के रास्ते होता हुआ टावर के टॉप तक चला गया। जिस से लोगों को लगा की बिल्डिंग में बडी आग लग गई हैं। आग बेसमेंट में रखे कबाड़ में लगी थी। धुआं देख लोगों को लगा था आग बड़ी थी लेकिन ये बेसमेंट तक ही थी। बिल्डिंग का काम अभी जारी है।
गौरतलब है कि इस टावर में 1200 बैड (792 जनरल, 150 कॉटेज, 166 आईसीयू और 92 प्रीमियम रूम) होंगे। इसके अलावा 20 ऑपरेशन थिएटर के अलावा 100 ओपीडी रजिस्ट्रेशन काउंटर होंगे। इसके अलावा सिटी, एमआरआई, मेडिकल साइंस गैलेरी, फार्मेसी स्टोर, सेमिनार हॉल समेत अन्य कई सुविधाएं विकसित होगी।
यहां कई तरह की जांच के लिए अत्याधुनिक मशीनें लगाई जाएगी। इस बिल्डिंग में आने वाले मरीजों की सुविधा के लिए 16 लिफ्ट लगाई जाएंगी। जबकि दो मंजिल पर पार्किंग डवलेप होगी। इसके अलावा इसी तरह हार्ट से संबंधित मरीजों का इलाज और यहां पढ़ाई करने वाले मरीजों के लिए एक नई यूनिट भी बनाई जाएगी।
इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोवैस्कुलर साइंस खोला जाएगा। 4 मंजिला इस बिल्डिंग में ओपीडी रूम, सिटी स्कैन-एमआरआई लैब, कार्डियक डायग्नोसिस, हीमेटोलोजी, रजिस्ट्रेशन काउंटर, 4 कैथ लैब, 3 ऑपरेशन थिएटर समेत अन्य सुविधाएं विकसित की जाएगी। इसके अलावा सबसे टॉप फ्लोर पर रिसर्च रूम और टीचिंग रूम बनाया जाएगा।