जयपुर। बसंत पंचमी के पावन अवसर पर श्री नामदेव रथ यात्रा का भव्य आयोजन नामदेव दर्जी व छीपा समाज के संयुक्त तत्वाधान में बड़े धूमधाम से किया गया। इस अवसर पर न केवल धार्मिक श्रद्धा का अभिव्यक्तिकरण हुआ, बल्कि सांस्कृतिक रंगों से भी यह आयोजन सजा। मीडिया समिति के राष्ट्रीय संयोजक रामाज़ के मोहित टेलर ने बताया कि आज नामदेव समाज की रथ यात्रा की शुरुआत हवामहल विधायक स्वामी श्री बालमुकुंदआचार्य और नामदेव टांक चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष महावीर टेलर ,पूर्व कुलपति मोहन लाल छीपा,अनुराग रूनवाल, जिला जज सत्यनारायण टेलर ,गिरधारीलाल टेलर , पवन टांक,आर.डी. रोहिला,बंटी थारवान,विक्रम बुला,देव राज सारण,मोहन लाल तोलम्बिया, राजेंद्र सर्वा,नवरत्न वेदी,गोपाल नथैया, संजय डीडवानिया, सत्यनारायण गाधा, अशोक गोठरवाल,श्रीराम सोपरा ,मंजू टेलर ,अरुणा टांक,सुनीता रुणवाल,ज्योति टांक,सुप्रिया छीपा,किरण नेगी,अंजू वर्मा,आदि ने महाआरती कर रथ यात्रा को जलेब चौक से रवाना किया जलेब चौक से बड़ी चौपड़ से छोटी चोपड़ से गणगौरी बाज़ार से पुरानी बस्ती नामदेव मन्दिर में सम्पन्न हुई, इस विशाल नामदेव रथ यात्रा में नामदेव दर्जी एवं छीपा समाज के महिला और पुरुष के साथ बच्चों ने भी बड़ चड़ के हिस्सा लिया |
रथ यात्रा में प्रमुख आकर्षण शिवाजी महाराज की 8 फीट लंबी प्रतिमा थी, जिसका आगामी 8 मार्च को जापान में अनावरण किया जाएगा। यात्रा में शामिल हुए हाथी, घोड़े, ऊंट, मुख्य रथ, दो जीप रथ, चार बग्गियां, 20 बैंड वादकों की टीम और लोक कलाकारों की शानदार प्रस्तुति ने यात्रा को और भी रंगीन बना दिया। संत श्री नामदेव जी के जीवन पर आधारित अनेक झांकियां यात्रा में प्रदर्शित की गईं, जिसमें श्रद्धालुओं को उनके जीवन के प्रेरणादायक पहलुओं का दर्शन हुआ। ऐतिहासिक इस रथ यात्रा के दौरान एक और खास पल तब आया जब ‘मिस इंडिया ग्लैम’ की विनर्स ने माँ सरस्वती और राधा-कृष्ण के रूप में सजीव दर्शन कराए।
इन सुंदरियों ने अपनी पारंपरिक पोशाक में इन देवी-देवताओं का रूप साकार किया, जिससे रथ यात्रा में धार्मिक भावनाओं का और भी सुंदर प्रस्तुति दी गई। उनके रूपों ने कार्यक्रम में एक अलग ही रंग भरा और श्रद्धालुओं का मन मोह लिया। माँ सरस्वती के रूप को मिस इंडिया ग्लैम वर्ल्ड ख्वाहिश नायक, कृष्ण के रूप में मिस इंडिया ग्लैम आइकन 2025 रौनक कनोडिया एवं राधा रानी के रूप को मिस इंडिया ग्लैम 2024 सौम्या गुप्ता ने बखूबी साकार किया ।
नामदेव दर्जी और छीपा समाज की संस्थाओं ने समाज के सभी बंधुओं से अपील की थी कि वे इस धार्मिक आयोजन में भाग लें और अपनी उपस्थिति से इसे सफल बनाएं। यात्रा में जयपुर के अलावा सीकर, भीलवाड़ा, अजमेर, किशनगढ़, रॉको, कोटा जैसे शहरों से भी नामदेव समाज के लोग शामिल हुए। यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक था, बल्कि समाज के बीच एकता और भाईचारे को मजबूत करने का भी एक अहम कदम था।