जयपुर। जयपुर साहित्य महोत्सव का आउटरीच प्रोग्राम जयपुर और दिल्ली के युवाओं तक साहित्य, कहानी और विचारों का जादू पहुंचाने की अपनी परंपरा को निभा रहा है। पिछले 15 वर्षों से, यह प्रोग्राम रोचक सत्रों, लेखकों और वक्ताओं के साथ यह सुनिश्चित करता है कि पढ़ाई और रचनात्मक सोच का प्रेम फेस्टिवल के मैदानों से आगे भी फैले।
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल 2025 आउटरीच प्रोग्राम के मुख्य आकर्षण (प्रथम बुक्स के साथ सहयोग में):
● दिल्ली में 20 से 23 जनवरी 2025 तक 16 सत्र
● जयपुर में 28 जनवरी से 3 फरवरी 2025 तक 48 सत्र
● बच्चों तक पहुंच: लगभग 10,000 युवा
इस साल का आउटरीच प्रोग्राम में विश्व प्रसिद्ध लेखकों, राजनयिकों और कलाकारों की एक शानदार सूची है, जिन्होंने छात्रों से मिलकर उन्हें नई दृष्टि दी है और प्रेरणादायक कहानियाँ सुनाई हैं। मुख्य महोत्सव के वक्ताओं में शामिल हैं: अक्षता मूर्ति, एस्टर डुफलो, गैब्रिएला रूइवो, सोफिया रॉबर्ट्स, कलोल भट्टाचार्य, इला अरुण, विक्रम जित सिंह, नयंतरावायलेट अल्वा, महामहिम हर्वे डेल्फिन (भारत में यूरोपीय संघ के राजदूत), और एचई मे-एलिन स्टेनेर (भारत में नॉर्वे के राजदूत)। साथ ही, विशेष आउटरीच वक्ताओं में शामिल हैं: अर्चना चंदेल, सीमा वही मुखर्जी, अरविंद भाटिया, जयश्री सेठी, शिल्पा मेहता, नेहा नहाटा, राजीव वर्मा ‘बंझारा’, शिखा गर्ग, सिमरन जैन, और प्रियंका चट्टोपाध्याय।
साहित्यिक जुड़ाव की धरोहर
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल आउटरीच प्रोग्राम को प्रथम बुक्स, टीमवर्क आर्ट्स और युवा एकता फाउंडेशन द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जाता है। 2011 में अपनी शुरुआत के बाद से, इस पहल ने अपने 15वें वर्ष में 5 स्कूलों से बढ़कर 500+ स्कूलों तक का सफर तय किया है।
आउटरीच प्रोग्राम स्कूल के बच्चों तक साहित्य को पहुंचाता है, जिससे पढ़ने और कहानी सुनने का जीवनभर का प्यार विकसित होता है। लेखक, चित्रकार, राजनयिक, कलाकार, कहानीकार और पत्रकार युवा मनों से मिलकर उनकी जिज्ञासा और रचनात्मकता को बढ़ाते हैं।
‘दुनिया का सबसे बड़ा साहित्यिक आयोजन’ कहे जाने वाले जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में साहित्य, संवाद और सांस्कृतिक आदान-प्रदान होता है। यह महोत्सव दुनियाभर के बेहतरीन मस्तिष्कों को एक साथ लाता है जहाँ लेखको, विचारकों और दूरदर्शियों का अद्वितीय संगम होता है, जो विचारों की स्वतंत्रता को बढ़ावा देते हैं और बौद्धिक चर्चाओं को प्रोत्साहित करते हुए कल की दुनिया को आकार देते हैं।
हमारे आउटरीच प्रोग्राम के बारे में बात करते हुए, युवा एकता फाउंडेशन की मैनेजिंग ट्रस्टी पुणिता रॉय, ने कहा, “भारत और दुनिया भर में एक सांस्कृतिक प्रोत्साहन के लिए जाना जाने वाला जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल, कुछ बेहतरीन विचारकों और लेखकों के साथ विचारों का एक शानदार मेला है और जिसमें अंतरराष्ट्रीय दर्शक भी शामिल होते हैं। बदले में मेज़बान शहर को कुछ लौटाने की भावना से प्रेरित होकर, जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल की निर्माता- टीमवर्क आर्ट्स – हर साल फेस्टिवल के साथ एक युवा आउटरीच कार्यक्रम आयोजित करती है, जिसमें प्रसिद्ध लेखक, नोबेल पुरस्कार विजेताओं से लेकर भारतीय भाषा लेखकों और मैन बुकर पुरस्कार विजेताओं से लेकर नए उपन्यासकारों तक, जयपुर के स्कूलों का दौरा करते हैं। यह पहल उन युवाओं के लिए है जो फेस्टिवल तक नहीं पहुंच पाते हैं।”
इस साल हमारे वक्ताओं में से एक, सिमरन जैन, जो एक लेखिका और चित्रकार हैं, कभी हमारे स्कूल आउटरीच कार्यक्रम का हिस्सा थीं। अब एक वक्ता के रूप में फेस्टिवल में वापस आईं। अपने अनुभव साझा करते हुए सिमरन ने कहा, “युवा एकता फाउंडेशन ने मेरी व्यक्तिगत और कलात्मक यात्रा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। एक छात्र के रूप में, मैंने यूथ आउटरीच कार्यक्रम में थिएटर सीखा था इस दौरान मैंने अलग-अलग पृष्ठभूमि से आने वाले साथियों के साथ काम किया—इस अनुभव ने मेरी सोच का विस्तार किया।
वर्षों तक उनके मार्गदर्शन ने मेरे लिए अवसरों के द्वार खोले, जैसे जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में बोलने का मौका मिलना, स्कूलों का दौरा करना और बच्चों के लिए वर्कशॉप आयोजित करना। इस फाउंडेशन ने मुझे कला और समाज को गहराई से समझने में मदद की। एक बेहतर इंसान और कलाकार के रूप में मेरे विकास में इस कार्यक्रम का बड़ा योगदान है।”