जयपुर। राजधानी जयपुर की सड़कों पर बुधवार को केसरिया ध्वज के साथ जय शिवाजी-जय भवानी के जयघोष सुनाई देंगे। यह मौका होगा छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती के अवसर पर बुधवार निकलने वाली एक भव्य भगवा रैली (शोभायात्रा) का। यह ऐतिहासिक रैली (शोभायात्रा) शिवाजी महाराज के शौर्य और उनके हिंदवी स्वराज के सपने को साकार करने के उद्देश्य, बलिदान, रणनीतिक कुशलता और राष्ट्र प्रेम को सम्मान देने के लिए किया जा रहा है।
भारत क्रांति मिशन के विलासराव भाऊ पांगरकर,विजय काकडे पाटिल,सुशील जाधव,शशांक शर्मा और कीर्ति राठौर ने बताया कि इस कार्यक्रम में राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागडे,मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा, मंत्री, शिवाजी राजे जाधव ( जिजाऊ वंशज सिंदखेड राजा), मराठा रामनारायण,सुरेश चव्हाणके एवं जनसेवक मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे।
शिवाजी महाराज की मूर्ति निकलेगी रथ पर सवार
जयंती उत्सव समिति अध्यक्ष जयपुर सुशील जाधव ने बताया कि इस आयोजन का सबसे विशेष आकर्षण शिवाजी महाराज की भव्य मूर्ति, जो रथ पर सवार होकर जयपुर के बडी चौपड़ त्रिपोलिया गेट,न्यू गेट,घोडा चौक,एमजीडी स्कूल ,भगवान दास रोड होते हुए कार्यक्रम स्थल बिड़ला ऑडिटोरियम सी स्कीम में पहुंचेगी। इस दौरान सड़कों पर केसरिया ध्वज लहराएंगे और जय शिवाजी, जय भवानी के गगनभेदी जयघोष से वातावरण गूंज उठेगा।
गौरवशाली व्यक्तियों का होगा सम्मान
कार्यक्रम में समाज के उन प्रबुद्ध नागरिकों, जनसेवकों और अन्य विशिष्ट व्यक्तियों का सम्मान किया जाएगा। जिन्होंने अपने कार्यों से समाज में योगदान दिया है। यह सम्मान उनके प्रयासों को सराहने और युवा पीढ़ी को प्रेरित करने के उद्देश्य से दिया जा रहा है।

शहर में दिखेगा भगवा उत्सव का माहौल
भगवा रैली (शोभायात्रा) के दौरान संपूर्ण जयपुर शहर केसरिया रंग में रंगा नजर आएगा। ऐतिहासिक धरोहरों, चौकों और प्रमुख मार्गों को भगवा ध्वजों और रोशनी से सजाया जाएगा। साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों, वीर रस के कवि सम्मेलनों और शिवाजी महाराज के जीवन पर आधारित प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा। इस आयोजन के माध्यम से शिवाजी महाराज के सिद्धांतों को जन-जन तक पहुँचाने और राष्ट्रभक्ति की भावना को जागृत करने का संकल्प लिया जाएगा।
राष्ट्रभक्ति की भावना को जागृत करने का संकल्प
इस आयोजन का उद्देश्य सिर्फ एक रैली तक सीमित नहीं है, बल्कि शिवाजी महाराज के विचारों और उनके स्वराज्य के संकल्प को जन-जन तक पहुंचाना है। यह भव्य आयोजन राष्ट्रभक्ति की भावना को जागृत करने और इतिहास को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का एक मजबूत प्रयास होगा।