मुंबई : कोटक महिंद्रा बैंक ने अपनी नई ग्रुप ब्रांड फिलॉसफी ‘हौसला है तो हो जाएगा’ लॉन्च की है। यह सिर्फ एक विचारधारा नहीं, बल्कि कोटक के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव का प्रतीक है। यह नई और दमदार ब्रांड फिलॉसफी कोटक की उस प्रतिबद्धता को और मजबूत करती है, जिसके तहत वह सिर्फ एक बैंक बनकर नहीं, बल्कि आकांक्षी भारतीयों के लिए एक भरोसेमंद वित्तीय संस्थान बनने का लक्ष्य रखता है।
इस विचारधारा को लोगों तक पहुंचाने के लिए कोटक एक बड़े स्तर पर मल्टी-चैनल मार्केटिंग कैंपेन शुरू कर रहा है, जो टेलीविजन, डिजिटल, प्रिंट, आउटडोर और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर चलेगा। इसका उद्देश्य भारतीयों को अपने सपनों को पूरा करने के लिए बड़े कदम उठाने के लिए प्रेरित करना है।
रोहित भसीन, प्रेसिडेंट – हेड अफ्लुएंट, एनआरआई, बिजनेस बैंकिंग और चीफ मार्केटिंग ऑफिसर, कोटक महिंद्रा बैंक ने कहा,“‘हौसला है तो हो जाएगा’ सिर्फ एक ब्रांड फिलॉसफी नहीं, बल्कि कोटक के एक बड़े बदलाव की शुरुआत है। यह उस नए जोश को दर्शाता है, जिसे हम अपने व्यवसाय में लेकर आ रहे हैं। हमारा मानना है कि अगर आकांक्षाओं को सही वित्तीय भागीदार का समर्थन मिले, तो असाधारण परिणाम हासिल किए जा सकते हैं। यह कैंपेन उन कई बड़े बदलावों की पहली झलक है, जो कोटक में होने वाले हैं और जो यह तय करेंगे कि हम आकांक्षी भारतीयों की सेवा किस तरह करते हैं।”
बदलाव की दिशा में एक बड़ा कदम: आज के समय में आकांक्षा ही प्रगति की असली करंसी बन चुकी है। इसी सोच के साथ कोटक अपने विभिन्न व्यवसायों को एक साझा विचारधारा से जोड़ रहा है। यह खासतौर पर उन लोगों के लिए है, जो बड़े सपने देखने की हिम्मत रखते हैं, बड़े लक्ष्य तय करते हैं और पूरे आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ते हैं।
शुरुआत से ही कोटक इन सिद्धांतों पर काम कर रहा है और अपने ग्राहकों को बड़े सपने देखने और उन्हें पूरा करने के लिए आत्मविश्वास से भरा रहने की प्रेरणा देता रहा है। ‘हौसला है तो हो जाएगा’ इसी विश्वास को और मजबूत करता है। यह उन भारतीयों की आशाओं, सपनों और हिम्मत को दर्शाता है, जो हर दिन कुछ नया हासिल करने की कोशिश में लगे रहते हैं।
केदारस्वामी रवनगावे, एक्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट – मार्केटिंग, कोटक महिंद्रा बैंक ने कहा, “यह 360-डिग्री कैंपेन कोटक में बदलाव की पहली झलक है। इस कैंपेन में डिजिटल को सबसे ज्यादा प्राथमिकता दी गई है, ताकि यह आज के आकांक्षी भारतीयों की जीवनशैली में आसानी से समाहित हो सके। सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर साहसिक कहानियों से लेकर प्रिंट, आउटडोर और टेलीविजन पर दमदार उपस्थिति तक, ‘हौसला है तो हो जाएगा’ आत्मविश्वास जगाने का हमारा तरीका है। यह भविष्य के लिए एक नई नींव रख रहा है—और यह तो सिर्फ शुरुआत है।”
यह कैंपेन कोटक महिंद्रा बैंक के लिए एक नए दौर की शुरुआत है, जहां बदलाव निरंतर होगा, आकांक्षा की कोई सीमा नहीं होगी और हर कदम इसी विश्वास से उठाया जाएगा कि ‘हौसला है तो हो जाएगा’!