नई दिल्ली। अग्रणी टेक्नोलॉजी एंटरप्राइस और एकीकृत अगली पीढ़ी के संचार सॉल्यूशंस उपलब्ध कराने वाली कंपनी एचएफसीएल लिमिटेड (एचएफसीएल) ने प्रयागराज में महाकुंभ मेला 2025 में जबरदस्त कनेक्टिविटी को समर्थ बनाया जिससे 45 दिनों में 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आगमन वाले दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन को सहयोग मिला। इस सॉल्यूशन की अवधारणा और पेशकश अग्रणी ऑपरेटरों में से एक की साझीदारी में की गई जिसने विश्व के सबसे बड़े धार्मिक समागम की जरूरतों को पूरा किया।
इसके अलावा, एचएफसीएल ने एक अग्रणी ढांचागत सुविधा प्रदाता की साझीदारी में शीर्ष सुरक्षा ढांचा सॉल्यूशंस की भी पेशकश की। इन सॉल्यूशंस की तैनाती से इस वृहद स्तर पर उच्च निष्पादन वाले नेटवर्क सॉल्यूशंस को उपलब्ध कराने के लिए देशज टेक्नोलॉजी का उपयोग करने में एचएफसीएल की विशेषज्ञता का पता चलता है।
इतने बड़े स्तर पर महाकुंभ मेला ने दूरसंचार ऑपरेटरों और ढांचागत सुविधा प्रदाताओं के लिए बड़ी चुनौती पेश की थी जिसमें अधिक भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में नेटवर्क जाम होने की चुनौती शामिल थी। इसके लिए रीयल टाइम वीडियो निगरानी और विश्वसनीय बैकहॉल इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत थी जिससे लाखों संपर्क उपकरणों को सपोर्ट प्रदान किया जा सके।
एचएफसीएल द्वारा पूर्ण रूप से देश में ही विकसित सॉल्यूशंस ने एक समग्र नेटवर्क और निगरानी प्रणाली तैनात कर इन चुनौतियों से निपटने में सफलता हासिल की जिससे विश्वसनीय कनेक्टिविटी, प्रभावी भीड़ प्रबंधन और वृहद जन सुरक्षा सुनिश्चित हो सकी। वाई-फाई एक्सेस प्वाइंट्स, उच्च क्षमता के बैकहॉल रेडियोज़, सर्विलांस बैकबोन के लिए एल2 स्विचेस और एक वीडियो मैनेजमेंट सिस्टम की रणनीतिक रूप से तैनाती कर एचएफसीएल ने इस वृहद स्तर के आयोजन के लिए एक सुरक्षित एवं जुड़े हुए वातावरण का निर्माण किया।
इस नेटवर्क ढांचे ने एक ही दिन में अप्रत्याशित सर्वाधिक डेटा ट्रैफिक को सफलतापूर्वक संभाला जिससे सेलुलर नेटवर्कों पर लोड का दबाव काफी कम हुआ और प्रतिदिन लाखों यूज़र्स के लिए निर्बाध डिजिटल पहुंच सुगम हुआ।
कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए एचएफसीएल ने रणनीतिक रूप से करीब 360 वाईफाई हॉटस्पॉट स्थापित किए जिन्हें पूरी तरह से भारत में डिजाइन, विकसित और विनिर्माण किया गया जिससे मेक इन इंडिया को लेकर कंपनी की प्रतिबद्धता प्रदर्शित होती है। ढांचागत सुविधाएं अद्यतन किए जाने से श्रद्धालु और मेले से जुड़े कर्मचारी रीयल टाइम सूचना तक पहुंच सके और निर्बाध रूप से संचार कर सके।
इस सेटअप के पूरक के तौर पर एचएफसीएल के उच्च क्षमता वाले बैकहॉल रेडियो ने महत्वपूर्ण बैकहॉल सपोर्ट उपलब्ध कराया जिससे मोबाइल नेटवर्कों (4जी/5जी) से प्रमुख इंफ्रास्ट्रक्चर तक निर्बाध रूप से डेटा ट्रांसफर हुआ। इससे यूज़र्स और वाईफाई हॉटस्पॉट, सीसीटीवी कैमरों और मोबाइल फोन समेत जुड़े हुए उपकरणों के लिए हाईस्पीड इंटरनेट एक्सेस सुनिश्चित हुआ।
सुरक्षा इस आयोजन का महत्वपूर्ण पहलू था और एचएफसीएल के समग्र निगरानी ढांचे ने सुरक्षित वातावरण बनाए रखने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। एल2 स्विचेज़ (8-पोर्ट और 24-पोर्ट) ने सीसीटीवी कैमरों और निगरानी प्रणालियों के बीच निर्बाध डेटा ट्रांसमिशन सुनिश्चित किया, जबकि एचएफसीएल के एडवांस्ड वीडियो मैनेजमेंट सिस्टम (वीएमएस) ने बेहतर भीड़ नियंत्रण के लिए निगरानी और सुरक्षा प्रबंधन के लिए रीयल टाइम वीडियो निगरानी को समर्थ बनाया। इससे उच्च गुणवत्ता की वीडियो स्ट्रीमिंग और रिकॉर्डिंग सुनिश्चित हुआ जिससे अधिकारियों को संभावित सुरक्षा चिंताओं से सक्रियता के साथ निपटने में मदद मिली।
महाकुंभ में एचएफसीएल के योगदान के बारे में कंपनी के प्रबंध निदेशक महेंद्र नहाटा ने कहा, “महाकुंभ 2025 ने डिजिटल ढांचागत सुविधाओं का ऐसा परीक्षण किया जो पहले कभी नहीं हुआ और हमें गर्व है कि एचएफसीएल के देश में ही विकसित सॉल्यूशंस ना केवल अपेक्षाओं पर खरा उतरे, बल्कि उम्मीदों से आगे रहे।
वृहद स्तर पर उच्च घनत्व वाले नेटवर्क सॉल्यूशंस की तैनाती से निर्बाध रूप से टेराबाइट डेटा ट्रैफिक संभाला जा सका और निर्बाध रूप से हाईस्पीड कनेक्टिविटी और रीयल टाइम सर्विलांस सुनिश्चित हो सका। सबसे महत्वपूर्ण, यह “मेक इन इंडिया” विजन के तहत विश्वस्तरीय टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस विकसित करने की भारत की बढ़ती क्षमता का प्रमाण है। यह उपलब्धि इस तरह के विशाल आयोजन में डिजिटल ढांचागत सुविधाओं को संभालने में एचएफसीएल के लिए एक नया मानक स्थापित करता है।”