जयपुर। आराध्य देव गोविंद देवजी मंदिर में दो दिवसीय पुष्प फाग मंगलवार को दूसरे दिन परवान चढ़ता दिखा। श्रद्धालुओं से खचाखच भरे सत्संग भवन में हुई फाल्गुनी प्रस्तुतियों ने हर किसी को रोमांचित कर दिया। ठाकुर श्री राधा गोविंद देवजी के दीप समक्ष दीप प्रज्जवलन कर मंदिर के सेवाधिकारी मानस गोस्वामी ने जैसे ही पुष्प फागोत्सव का श्रीगणेश किया वैसे फाल्गुनी भजनों और नृत्य का सिलसिला शुरू हो गया जो कि चलता ही रहा।
कार्यक्रम संयोजक बाल कृष्ण बालासरिया, हरि बाबू, रमेश नारनौली, अरूण अग्रवाल एवं अन्य प्रारंभ में बाल व्यास श्रीकांत शर्मा को चूनरी की छाया में ढप-चंग के साथ अगवानी करते हुए मंच तक लाए और माला, दुपट्टा, पगड़ी पहनाकर राजस्थानी परंपरा से स्वागत किया। बाल व्यास श्रीकांत शर्मा ने उड़ती कोयलड़ी संदेशो म्हारो लेती जाइजे रे…गणेश वंदना के साथ पुष्प फाग का शुभारंभ किया।
उन्होंने होरी खेलत नंद कुमार ब्रज की गलियन में…., लाल चुनरिया ओढ ली मेरे बांके सांवरिया….,यशोदा मैया राधा ने रंग दिया डार…, होली खेलो रे कन्हाई जरा होले होले…, होली खेलो तो चलो गोविंद के रसिया…, होरी खेलो राधा रानी खेलाने तेरे श्याम आए…, आज छाई है खुशिया अपार राधे म्हारी प्यारी लागे…, रंग दीनी चुनरी रंग दीना गाल, होरी आई राधे तेरो वदन संभार…जैसे फाल्गुनी भजनों की एक बाद एक ऐसी रसधार बहाई कि श्रद्धालु भक्ति की सरिता में डुबते ही गए। वृष्टि, नेहा, विराट, रेखा सहित अन्य कलाकारों ने भजनों के भाव के अनुसार नृत्य किया। मंगलवार को फूलों की होली आकर्षण का केन्द्र रही।
राधा-कृष्ण के स्वरूपों संग सखियों ने करीब पांच क्विंटल फूलों की पंखुडिय़ों से फूलों की होली खेली। लगतार बरसते फूलों से कान्हा और राधाजी का केवल चेहरा ही दिखाई दिया शेष तन फूलों से ढक गया। अद्भुत दृश्य देखकर श्रद्धालुओं ने राधे राधे के जयघोष के साथ तालियों की गडग़ड़ाहट से सत्संग भवन को गूंजायमान कर दिया और मोबाइल में इस नजारे को कैद कर लिया।
गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम, सिविल लाइंस गोपाल शर्मा, हवामहल विधायक बालमुकुंद आचार्य ने भी श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा की। कार्यक्रम संयोजक बाल कृष्ण बालासरिया, हरिबाबू ने अतिथियों के होली के लाड़ लड़ाए।
प्रांरभ में शेखावाटी अंचल के चूड़ी अजीतगढ़ के मनोज वर्मा के निर्देशन में एक दर्जन कलाकारों ने भर दे मायरो सांवरिया नानी बाई को…, कानूड़ा लाल घड़लो म्हारो भर दे रे…जैसी धमाल गाई तो उपस्थित श्रद्धालु नाचने लगे। वृंदावन के युवा कलाकार विराट ने कृष्ण बनकर ग्वालों को साथ लेकर राधा जी और सखियों संग जमकर फूलों की होली खेली। होली खेलो री राधा रानी…, फागणियो फीको न जावै श्याम…,होली खेलो चलो गोविंद के रसिया…जैसे फाल्गुनी गीतों पर मीनाक्षी, नितिन, राहुल, आरती, अन्नू सहित अन्य कलाकारों ने भावपूर्ण अभिनय से श्रद्धालुओं को अभिभूत कर दिया।
होली खेलने बरसाने पहुंचे कान्हा:
रेखा सैनी के निर्देशन में यथार्थ सैनी, अंश शर्मा, अक्षरा सिंह, तन्वी, खुशी, राधा, वेदुका, प्रचिता दिव्यांशी एवं अन्य कलाकारों ने कानूड़ो आयो रंग मं बोरो सहित कई गीतों पर कान्हा के बरसाना जाकर राधा जी संग होली खेलने की लीला को साकार किया।
गायन-वादन में संगतकारों ने दिया बखूबी साथ:
बांसुरी पर बनारस घराने के रवि चौरसिया ने मधुर तान से श्रद्धालुओं के तन-मन को तरंगित कर दिया। वहीं ऑर्गन पर बाल गोविंद, तबले पर चंद्र देव मेहता ने संगत की। वृंदावन के सुरेश गोस्वामी ने सधे सुरों में भजन गायन में साथ दिया।
होली पद का विशेष कार्यक्रम 12 मार्च को होगा। कोलकाता के मालीराम शर्मा दोपहर एक से शाम साढ़े चार बजे तक होगा। शेखावाटी के कलाकार धमाल की प्रस्तुतियां भी देंगे।