जयपुर। जयपुर के गुप्त वृन्दावन धाम में गौर पूर्णिमा की ख़ास तैयारियां चल रही है। इस दिन श्रीकृष्ण-बलराम भक्तों के साथ फूलों की होली खेलेंगे। इस पावन अवसर के लिए भक्त अभी से ही उत्साहित हैं।
गौर पूर्णिमा पर गुप्त वृन्दावन धाम में श्रीकृष्ण-बलराम का दिव्य अलौकिक पोशाक एवं फूल बंगले के साथ भव्य श्रृंगार किया जाएगा। श्री श्री गौर निताई की सुन्दर पालकी के साथ भक्त हरिनाम संकीर्तन पर झूमेंगे। होली के त्यौहार का सीधा सम्बन्ध भगवान कृष्ण और ब्रज की किशोरी राधा रानी से है। ऐसा माना जाता है की श्रीकृष्ण ने ग्वालों के संग मिलकर होली खेलने की प्रथा शुरू की थी।

गौर पूर्णिमा के महोत्सव के लिए गुप्त वृन्दावन धाम में विशेष तैयारियां की जा रही हैं। 14 मार्च को ये उत्सव मंदिर में बड़ी ही धूम धाम से मनाया जाएगा। श्री गौर निताई का पंचगव्य, विभिन्न फलों के रस से एवं 108 कलशों के पवित्र जल के साथ अभिषेक होगा। भगवान को 56 भोग लगाया जाएगा।
गुप्त वृन्दावन धाम के अध्यक्ष अमितासना दास ने गौर पूर्णिमा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह उत्सव श्री चैतन्य महाप्रभु का प्राकट्य दिवस है, उनके सुनहरे रंग के कारण उन्हें गौरांग महाप्रभु भी कहा जाता है। यह त्यौहार गौड़ीय वैष्णवों के लिए नए साल की शुरुआत का भी प्रतीक है ।