जयपुर। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के जिहादियों द्वारा हिंदुओं की नृशंस हत्या में से आक्रोशित हिंदू समाज ने रविवार को आराध्य देव गोविंद देवजी मंदिर में सामूहिक श्रद्धांजलि दी। सुबह ग्वाल झांकी से शयन झांकी तक करीब 25 हजार लोगों ने जयपुर के नीरज उधवानी सहित जान गंवाने वाले सभी 26 लोगों की तस्वीर के समक्ष श्रद्धा सुमन अर्पित किए। मंदिर के सेवाधिकारी मानस गोस्वामी ने दीप प्रज्वलित कर श्रद्धांजलि सभा का शुभारंभ किया।
सामूहिक श्रद्धांजलि के दौरान अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में नौ कुंडीय हुतात्मा शांति गोविंद गायत्री महायज्ञ किया गया। लोगों ने मृतकों की आत्म शांति, घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने, जान गंवाने वाले परिजनों को ढांढस बंधाने की भगवान से प्रार्थना करते हुए यज्ञ देवता को आहुतियां प्रदान की। सनातन बोर्ड संघर्ष समिति के अध्यक्ष राहुल द्विवेदी, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन संवद्र्धन परिषद राजस्थान राज्य सदस्य कुलदीप सुरोलिया, गौ क्रांति मंच के अध्यक्ष ताराचंद कोठारी ने प्रारंभ में पूजन किया।
नौ कुंडीय हुतात्मा शांति गोविंद गायत्री महायज्ञ गायत्री शक्तिपीठ ब्रह्मपुरी सह व्यवस्थापक मणि शंकर चौधरी के निर्देशन में डॉ अजय भारद्वाज, दिनेश आचार्य , दिनेश मारबदे की टोली ने संपन्न कराया। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में मारे गए नागरिक शहीदों की आत्म शांति के लिए काले तिल और जौ से विशेष आहुतियां प्रदान की गई।
अमावस्या होने के कारण श्रद्धालुओं ने अपने दिवंगत पितृगणों के निमित्त भी विशेष आहुतियां प्रदान कर की। इससे पूर्व विश्व शांति के लिए गायत्री एवं महामृत्युंजय महामंत्र से 108 आहुतियां प्रदान की गई। सैनिकों के शौर्य बढ़ाने, अनिष्ट निवारण के लिए भी विशेष आहुतियां दी गई। इस मौके पर हरि नाम संकीर्तन भी किया गया।

बोले संत महंत दुष्ट के साथ हो दुष्टता का व्यवहार
श्रद्धांजलि सभा में गोविंद देव जी मंदिर के महंत अंजन कुमार गोस्वामी ने कहा कि आजादी से पहले अंग्रेजों ने फूट डालो और राज करो की नीति के आधार पर पाकिस्तान बना दिया। तब से पाकिस्तान भारत के लिए सिरदर्द बना हुआ है। अब इसका एक ही समाधान है पाकिस्तान का भारत में पुनः विलय। यानि अखंड भारत। उन्होंने कहा कि हमें भगवान के अलावा किसी से डरने की आवश्यकता नहीं है। देश के हर तबके ने आजादी की लड़ाई में बढ़ चढ़ कर भाग लिया है। अब फ़िर जरूरत पड़ी तो पीछे नहीं हटेंगे।
अवधेशाचार्य महाराज ने कहा कि कश्मीर में जिहादी हमला करने वाले बातों से सुधरने वाले लोग नहीं हैं। शास्त्रों में दुष्ट के साथ दुष्टता का व्यवहार की उपयुक्त बताया गया है। उन्होंने कहा कि अत्याचार सहन करने वाला भी कम दोषी नहीं होता। अत्याचार का उचित जवाब दिया जाना चाहिए। पण्डित राज कुमार चतुर्वेदी ने कहा कि हिंदू समाज को एकजुटता का परिचय देना चाहिए। जेहादी मानसिकता रखने वालों से कोई व्यवहार नहीं रखे।
गोविंद देव जी मंदिर के महंत अंजन कुमार गोस्वामी महाराज के सानिध्य में श्रद्धांजलि सभा में अवधेशाचार्य महाराज, युवाचार्य राघवेंद्र, सुदर्शनाचार्य महाराज, महामंडलेश्वर सियाराम दास महाराज, नहर का गणेश जी मंदिर के महंत जयकुमार शर्मा , मानव शर्मा, लाडली जी मंदिर के संजय गोस्वामी, मेहंदीपुर बालाजी से सुदीप तिवारी, पंचमुखी मंदिर से रामराज महाराज, शनि धाम के रंधावा बाबा, परकोटा गणेश मंदिर के महंत अमित शर्मा, चौड़ा रास्ता स्थित ताड़केश्वर मंदिर के महंत अमित पराशर, रामगंज बाजार स्थित प्राचीन श्याम मंदिर के महंत लोकेश मिश्रा सहित अनेक मंदिरों के संत महंत मौजूद रहे।
मिले शहीद का दर्जा:
श्रद्धांजलि सभा में शामिल होने आए लोगों ने सभी 26 लोगों की तस्वीर के समक्ष श्रद्धा सुमन अर्पित किए। कई विदेशी पर्यटकों ने भी पुष्प अर्पित किए। लोगों ने कहा कि जेहादी हमले में मारे गए सभी लोगों को सरकार शहीद नागरिक का दर्जा प्रदान करें। उनके नाम पर सड़क और पार्क का नामकरण किया जाए।
श्रद्धांजलि सभा और यज्ञ में ये रहे उपस्थित
गायत्री परिवार राजस्थान जोन प्रभारी ओम प्रकाश अग्रवाल , गायत्री शक्ति पीठ वाटिका के व्यवस्थापक रणवीर सिंह चौधरी, सनातन बोर्ड संघर्ष समिति के अध्यक्ष राहुल द्विवेदी, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन संवर्धन परिषद के सदस्य कुलदीप सुरोलिया, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के घुमन्तु जाति कार्य महानगर संयोजक राकेश कुमार शर्मा, सर्व ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित सुरेश मिश्रा, योगाचार्य मनीष विजयवर्गीय, इंडियन फार्मासिस्ट एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष सर्वेश्वर शर्मा ,सालासर बालाजी मंदिर के पुजारी डॉ विष्णु दत्त शर्मा, शिक्षाविद मनीष राजपुरोहित, समाजसेवी अभिषेक शर्मा, कुलदीप शर्मा,ओम श्रीमाल सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।