April 24, 2025, 1:42 am
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पीडब्ल्यूडी अधिशाषी अभियंता के जयपुर और दौसा सहित पांच ठिकानों पर एसीबी ने मारी रेड

जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने गुरुवार को कार्रवाई करते हुए सार्वजनिक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अधिशाषी अभियंता ( एक्सईएन) हरिप्रसाद मीणा के जयपुर और दौसा सहित पांच ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की है। एसीबी के मुताबिक मीणा पर आय से लगभग दो सौ प्रतिशत अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। टीम ने कई दस्तावेज, पासबुक, प्रॉपर्टी डील, डिजिटल डेटा आदि को जब्त किया है।

पुलिस महानिदेशक एसीबी रविप्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि सार्वजनिक निर्माण विभाग खण्ड दूदू जिला जयपुर में पोस्टेड एक्सईएन हरिप्रसाद मीणा के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की शिकायत मिली थी। जिस पर गुरूवार की सुबह एक्सईएन के 5-6 ठिकानों सर्च किया जा रहा है। इनमें दूदू के गांव बगड़ी और जगतपुरा में उसके घर सहित ऑफिस में भी एसीबी के अधिकारी सर्च कर रहे है।

एसीबी की प्रारंभिक जांच में हरिप्रसाद मीणा के पास कई बेनामी संपत्तियां और लग्जरी सुविधाएं सामने आई हैं। दो ऑडी कारें, एक स्कॉर्पियो, फोर्ड एंडेवर एसयूपी और रॉयल एनफील्ड बाइक, यूनिक एम्पोरिया और यूनिक न्यू टाउन अपार्टमेंट्स में तीन महंगे फ्लैट, दौसा के बगड़ी गांव में एक फार्म हाउस, विदेश यात्राओं और लग्जरी होटलों में ठहरने का भी ब्यौरा मिला है। इसके अलावा 19 बैंकों में खाते हैं। जिनमें करोड़ों के लेनदेन की जानकारी भी सामने आई है। साथ ही बैंकों से लिए भारी लोन को भी कम समय में चुकाने की जानकारी सामने आई है।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भूपेंद्र कुमार ने बताया कि सर्च में एक्सईएन के यहां कई एग्रीकल्चर जमीनों के भी दस्तावेज भी मिले हैं। मीणा ने विदेश यात्राओं और महंगी होटलों में रुकने में करीब 45 लाख रुपए भी खर्च किए हैं। साथ ही एक्सईएन ने जयपुर के अलावा दौसा में भी जमीनों में इन्वेस्ट किया है। उसने लालसोट में एक लग्जरी फार्म हाउस भी बना रखा है। आरोपी और परिवारजनों के करीब 19 बैंकों में खाते हैं जिन से करोड़ों का लेनदेन हुआ है।

एक्सईएन ने सरकारी नौकरी में आने से अब तक करीब चार करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी जमा की है। जो कि जो कि उनकी आय से करीब 200 प्रतिशत अधिक है। फिलहाल आरोपी एक्सईएन से उसके जगतपुरा स्थित घर पर पूछताछ की जा रही है और पूछताछ में और भी कई खुलासे हो सकते हैं।

कुमार ने बताया कि आरोपित हरिप्रसाद मीणा की आय, पद और उनके द्वारा अर्जित संपत्तियों के बीच बड़ा असंतुलन है। सभी दस्तावेजों की जांच जारी है। बहुत जल्द आय से अधिक संपत्ति का पूरा मूल्यांकन कर केस दर्ज किया जाएगा। यदि जांच में संपत्तियों की पुष्टि होती है और स्रोतों का संतोषजनक जवाब नहीं मिलता तो एसीबी जल्द ही मीणा की गिरफ्तारी कर सकती है।

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