जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने तुंगा थाने के तत्कालीन थानाधिकारी महेश कुमार और रीडर अशोक कुमार के खिलाफ पचास हजार रुपये की रिश्वत मांगने का मामला दर्ज किया है। पीड़ित ने एसीबी ने इसकी सूचना दी। एसीबी ने शिकायत का सत्यापन कराया और पुष्टि की गई। लेकिन किसी कारण से तत्कालीन थानाधिकारी महेश कुमार और रीडर अशोक कुमार को पीड़ित पर शक हो गया। इसके कारण ट्रैप नहीं हुआ। इस पर एसीबी ने थानाधिकारी और उसके रीडर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अनुसार परिवादी ने शिकायत दी कि उसका अपने भाइयों में जमीन को लेकर झगड़ा हो गया था। इसके चलते 15 मई 2024 को भाईयों ने जमीन विवाद, छेड़छाड़ और मारपीट की एफआईआर दर्ज कराई थी। इस एफआईआर की जांच थानाधिकारी तूंगा महेश कुमार के पास थी। कुछ दिनों में परिवार के बीच में सहमति हो गई। इसके बाद दोनों पक्ष थाने पहुंचे। राजीनामा लिखकर दे दिया।
कुछ दिनों बाद थानाधिकारी महेश कुमार के रीडर अशोक कुमार ने पीड़ित को फोन कर कहा कि थानाधिकारी एफआर लगाने के पचास हजार रुपए मांग रहे हैं। इस पर पीड़ित ने कहा कि जब दोनों पक्ष राजी हैं तो पुलिस को पैसा किस बात का। उसके बाद भी रीडर निरंतर पैसों के लिए फोन कर धमकाता रहा। इस पर पीड़ित ने 12 जून को एसीबी में शिकायत दी। इस पर एसीबी ने शिकायत का सत्यापन कराने के लिए टीम को तुंगा थाने भेजा। 19 जून को पहली बार टीम शिकायत के सत्यापन के लिए थाने पहुंची।
उस दिन थानाधिकारी जयपुर में राज्यपाल के कार्यक्रम की ड्यूटी में थे। रीडर से मांग का सत्यापन करवाया दिया। 20 जून को टीम दोबारा से थाने गई। लेकिन इलाके में एक शव मिलने के कारण थानाधिकारी नहीं मिले। इस पर टीम ने इंतजार किया, लेकिन शाम तक थानाधिकारी के नहीं आने पर टीम बैरंग लौटी। 21 जून से 23 जून तक थानाधिकारी छुट्टी पर होने कारण एसीबी ने कोई एक्शन नहीं लिया। 24 जून को दोबारा से टीम थाने पहुंची, लेकिन थानाधिकारी लेट आए।
जब थानाधिकारी महेश कुमार थाने पहुंचे तो उनके साथ 5-6 लोग थे। जो साथ में आए कुछ देर में इन्ही लोगों के साथ थानाधिकारी भी थाने से निकल गए। इसलिए पीड़ित कोई बात नहीं कर सका। जानकारी के अनुसार पीड़ित के पास अब रीडर का फोन नहीं आ रहा है, शायद उसे शक हो गया है इसलिए वह किसी भी प्रकार से फोन नहीं कर रहा। एसीबी ने कुछ समय और इंतजार किया,लेकिन जब फोन आनी बंद हो गई। एसीबी 19 सितम्बर को थानाधिकारी तूंगा महेश कुमार और रीडर अशोक कुमार के खिलाफ रिश्वत मांगने का मामला दर्ज कराया।