जयपुर। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस वीके सिंह राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित होंगे। सिंह ने 8 महीने में 12 भर्ती परीक्षाओं में गड़बड़ी और पेपर लीक गिरोह को लेकर कई खुलासे किए हैं। साल 1997 बैच के आईपीएस सिंह को जनवरी 2024 में नई सरकार ने एसओजी एडीजी बनाने के साथ एंटी चीटिंग सेल की जिम्मेदारी सौंपी थी।वीके सिंह के साथ ही प्रदेश के 14 और पुलिसकर्मियों को भी सम्मानित किया जाएगा।
सिंह की टीम ने रीट पेपर लीक, एसआई एग्जाम-2021 जैसे बड़े एग्जाम में गड़बड़ी करने वाले 150 से ज्यादा मास्टरमाइंड व दूसरे आरोपियों को अब तक गिरफ्तार किया है। एसओजी ने इसी साल अप्रेल में राजस्थान पुलिस अकेडमी में छापा मारकर सभी को चौंका दिया था। यहां से 15 से ज्यादा ट्रेन सब इंस्पेक्टर को पकड़ा गया था।पेपर लीक को लेकर गठित एसआईटी टीम से मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी पांच महीने पहले मुलाकात की थी। उस दौरान एडीजी वीके सिंह ने कहा था कि पेपर लीक घोटाले में अच्छा काम हुआ है।
नकल गिरोह के मिले थे 5 मास्टरमाइंड
एसओजी ने राजस्थान में बीते 15 साल से जड़ें जमा चुके नकल गिरोह की पहचान की थी। करीब चार महीने पहले एसओजी बीते कुछ सालों में हुए 10 से ज्यादा भर्तियों में गड़बड़ी का दावा किया था। भर्तियों में गड़बड़ियों की जांच क शुरुआत एसआई-2021 परीक्षा से की गई थी। इसके बाद दूसरी परीक्षाओं में फर्जीवाड़े के तार जुड़ते गए। परीक्षाओं के 5 बड़े मास्टरमाइंड का खुलासा एसओजी ने किया। एसओजी का दावा है कि आरोपियों ने अपने 2 हजार से ज्यादा रिश्वतेदारों को सरकारी नौकरी दिलवाई।
ये सभी फर्जी डिग्री, डमी कैंडिडेट और पेपर लीक से सरकारी नौकरी में लगे। सब इंस्पेक्टर – 2021,पुलिस कॉन्स्टेबल परीक्षा,जूनियर इंजीनियर परीक्षा- 2021,सहायक इंजीनियर परीक्षा- 2021,शारीरिक शिक्षक भर्ती परीक्षा,रीट परीक्षा – 2021, ग्रेड फर्स्ट टीचर,पटवारी,लाइब्रेरियन और लैब टेक्नीशियन में गड़बडी मिली थी और इनमें शामिल लोगों पर कार्रवाई की गई।
सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए चलाया राज्य स्तरीय अभियान
एडीजी वीके सिंह ने वर्ष 2010 से 2015 तक सीबीआई की भ्रष्टाचार विरोधी शाखा में एसपी और डीआईजी के रूप में काम किया। सीबीआई से लौटने पर, उन्होंने 3 वर्ष से ज्यादा समय तक एसीबी, राजस्थान में आईजी के रूप में काम किया। इस दौरान सिंह के सुपरविजन में वरिष्ठ नौकरशाहों, राजनेताओं और प्रभावशाली लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई।
राजस्थान आम विधानसभा चुनाव 2018 शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुआ। आईजीपी नियम और आईजीपी सीआईडी -सीबी के रूप में उन्होंने बहुत अच्छा काम किया। सिंह ने राजस्थान के 40 पुलिस स्टेशन जहां से सबसे अधिक दुर्घटनाएं होती हैं, उस पर काम किया। जुलाई 2022 से जुलाई 2023 के बीच उन 40 पुलिस स्टेशनों में मौतें 1675 से घटकर 1359 हो गईं।