जयपुर। मौसम के तेवर बदलते ही शुक्रवार को भी सर्दी का कहर जारी रहा ।बढ़ती सर्दी को देखते हुए मंदिरों में ठाकुरजी को सदी से बचाने के लिए विशेष इंताजाम किए गए। आराध्य देव गोविंद देवजी सुबह की झांकी में जयपुरी रजाई और उस पर शॉल धारण किए हुए नजर आए। सिर पर टोपी ,हाथों में दस्ताने और पैरों में जुराब पहने हुए भक्तों को दर्शन दिए।
मंदिर के प्रवक्ता मानस गोस्वामी ने बताया कि ठाकुरजी को सर्दी से बचाने के लिए गर्भ तासीर के व्यंजनों का भोग लगाया जा रहा है। उनके स्नान के लिए गर्म जल का उपयोग किया जा रहा है। दोपहर तक गर्भगृह में हीटर चलता रहता है।
वहीं प्रथम पूज्य मोती डूंगरी मंदिर में भी शुक्रवार को बढ़ती सर्दी को देखते हुए गणपति महाराज को मखमल कोटी धारण कराई गई।
मंदिर महंत कैलाश शर्मा ने बताया कि सर्दी बढऩे के कारण भगवान गणपति की सेवा में परिवर्तन किया गया है। शुक संप्रदाय की प्रधान पीठ श्री सरस निकुंज में शुक्रवार को राधा सरस बिहारी सरकार को ठंड से बचाने के लिए विशेष प्रबंधन किए। सरस परिकर के प्रवक्ता प्रवीण बड़े भैया ने बताया कि ठाकुरजी को नवनीत के समान कोमल मान कर उसी अनुरूप सेवा की जा रही है। उधर, घरों में भी लड्डू गोपाल को विशेष ऊनी पोशाक धारण कराई जा रही है। सिर पर मोर मुकुट के बजाय टोपा धारण कराया जा रहा है।