जयपुर। दौसा जिले की श्यालावास जेल से कैदी द्वारा जयपुर कंट्रोल रूम को फोन कर सीएम भजनलाल को जान से मारने की धमकी देने की घटना के बाद मंगलवार को जेल प्रशासन ने प्रदेशभर की जेलों में सर्च अभियान चलाया है। सर्च अभियान के दौरान कई जेलों में आपत्तिजनक सामान और मोबाइल बरामद किए गए। सोमवार को प्रदेश की पन्द्रह जेलों में तलाशी ली गई थी। जेल मुख्यालय की ओर से सभी जिला जेल अधीक्षकों को सर्च करने के आदेश दिए गए।
पुलिस महानिदेशक जेल राजेश निर्वाण का कहना है कि प्रदेश की जेलों की सुरक्षा के लिए उच्च स्तरीय जांच करवाई जा रही है। मोबाइल, सिम कार्ड, मादक पदार्थसहित अन्य चीजें रोकने के लिए बड़े स्तर पर बदलाव किए जाएंगे। इसके लिए जेल विभाग नई एसओपी तैयार करेगा। बार-बार मिल रही शिकायतों वाली जगह पर स्टाफ बदलेंगे। प्रतिबंधित वस्तु जेल में जाने की सूचना पर समय-समय पर जिला प्रशासन, पुलिस और जेल अपने स्तर पर सर्च अभियान चलाते हैं। सोमवार को सभी जेल अधीक्षकों को आदेश जारी किए गए कि वे पुलिस की मदद से जेलों में सर्च ऑपरेशन करें।
तलाशी यह मिला इस जेल में
जोधपुर की हाई सिक्योरिटी सेंट्रल जेल में तलाशी के दौरान एक मोबाइल मिला। वार्ड संख्या 10 की बैरक संख्या 2 की छत पर एक मोबाइल मिला। जेल में सर्च ऑपरेशन के दौरान मोबाइल मिलने के बाद जेल प्रशासन की ओर से रातानाडा थाने में मामला दर्ज करवाया गया। अलवर जेल में आधा दर्जन थानेदार सहित अन्य पुलिसकर्मियों की टीम ने तलाशी ली, लेकिन तलाशी में कुछ भी नहीं मिला। इस जेल में 9 वार्ड हैं। इनमें 993 कैदी हैं। इनमें 25 महिला कैदी हैं। बाड़मेर जेल में भी तलाशी में कुछ नहीं मिला, लेकिन यहां पर क्षमता से अधिक कैदी मिले। बाड़मेर जिला कारागृह के बैरकों की क्षमता 158 है। लेकिन फिलहाल जेल में 250 से अधिक बंदी है।