जयपुर। राजधानी जयपुर के गोविन्द देव जी मन्दिर से शयन झांकी के पश्चात 18 अप्रैल को वाराणसी के लिए बस रवाना होगी,जो 19 को वाराणसी श्री गोविन्द मठ पहुंचेंगे। जहां 20 अप्रैल को प्रातः 8 बजे श्री काशी विश्वनाथ मन्दिर से 51 महिलाएं एवं महामंडलेश्वर स्वामी विशोकानंद भारतीय महाराज एवं जगदीश्वरा नन्द महाराज एवं संत महन्तो की ओर से धूमधाम से कलश यात्रा श्री गोविन्द मठ पहुंचेगी।
इसके बाद श्रीमद्भागवत महन्त अंजन कुमार गोस्वामी एवं महामंडलेश्वर आचार्य स्वामी विशोकानन्द भारती महाराज के सान्निध्य में डा. प्रशान्त शर्मा के श्रीमुख से कथा प्रारम्भ होगी। धर्म प्रचारक विजय शंकर पाण्डेय ने बताया कि कथा का समय दोपहर एक बजे से शाम पांच बजे तक रहेगा। इसके अतिरिक्त 21 अप्रैल से 23 अप्रैल को प्रातः 8 से 11 बजे तक शिव महापुराण द्वादश ज्योतिर्लिंग कथा का आयोजन किया जाएगा।
वाराणसी के समाजसेवी आर्किटेक्ट प्रतीक पाण्डेय ने बताया कि कलश यात्रा में वाराणसी से भी श्रद्धालु शामिल होंगे। महिलाएं एक ही परिवेश में होगी। पांडे ने बताया कि कथा आर्ष संस्कृति दिग्दर्शक ट्रस्ट के यूट्यूब चौनल पर भी प्रसारित की जाएगी। महिलाओं को साड़ी, कलश ट्रस्ट की ओर से निःशुल्क वितरित की जाएगी।
26 अप्रैल को कथा का समापन होगा। 27 अप्रैल को प्रातः 5 बजे वाराणसी से रवाना होकर अयोध्या पहुंचेंगे। वहां श्री रामलला दर्शन कर पुनः जयपुर के लिए प्रस्थान करेगे। बस के अतिरिक्त जयपुर से श्रद्धालु रेलमार्ग से भी यात्रा में वाराणसी पधारेंगे। सभी के लिए व्यस्था गोविन्द मठ में रहेगी।