जयपुर। राजधानी जयपुर में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल बोर्ड के सेक्रेटरी मौलाना फजलुर्रहीम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन कर डॉ. किरोड़ीलाल मीणा द्वारा लगाए आरोपों को निराधार बताया। आयोजित प्रेसवार्ता में उनके वकील एम ए खान ने कहा कि इस तरीके से किसी पर बुनियाद आरोप लगाना वह भी बगैर किसी तथ्य के सही नहीं है। किरोड़ीलाल मीणा को और तथ्य चाहिए तो हम उनको भी अपने तमाम सबूत पेश कर सकते हैं। वकील एम ए खान ने बताया- जामिया हिदायत मोहम्मद अब्दुर्रहीम की तरफ से बनाया गया था। वक्फ बोर्ड में 16 मार्च 1974 को पंजीबद्ध हुआ था।
उस वक्त से ही जामिया हिदायत का फाउंडर मुतवल्ली है। वक्फ बोर्ड में रजिस्ट्रेशन है और उनको दोबारा लगाए गए तमाम इल्जाम दे बुनियाद हैं। उन्होंने कहा- मंदिरों की जमीन को बेचना, वक्फ की जमीन को बेचना यह सब इल्जाम बे बुनियाद हैं। किरोड़ी लाल मीणा जी को पहले तमाम तत्वों की जानकारी लेनी चाहिए। उसके बाद ही इल्जाम लगाएं।
किरोड़ी लाल मीणा जी ने जो वीडियो जारी किया है वो मौलाना फजलुर्रहीम का नहीं बल्कि उनके भाई का है। प्रेस कांफ्रेंस में तमाम आरोपों को मौलाना फजलुर्रहीम ने नकारा है। हालांकि आरोप और पलटवार के बीच फजलुर्रहीम ने इस मामले में किसी भी तरीके से कानूनी प्रक्रिया अपनाने से इनकार किया।