जयपुर। कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी को श्रीरामदूत आंजनेय श्री हनुमान जी महाराज का जन्मोत्सव भक्ति भाव से मनाया गया। खोले के हनुमान जी, घाट के बालाजी, चांदपोल हनुमान जी, सांगानेरी गेट हनुमान जी, चांदी की टकसाल स्थित काले हनुमान जी, श्री दक्षिण मुखी बालाजी मंदिर हाथोज धाम सहित अन्य सभी हनुमान मंदिरों में अंजनीसुत का मध्य रात्रि को जन्माभिषेक किया गया। सिंदूरी चोला धारण कराकर नवीन पोशाक धारण कराई गई। हनुमान जी महाराज का फूलों से श्रृंगार किया गया। ज्योतिषाचार्य पं. सुरेन्द्र गौड़ ने बताया कि स्वाति नक्षत्र से युक्त कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी में मेष लग्न अर्थात संध्या काल में साक्षात भगवान शिव ही श्री हनुमान जी महाराज रूप में माता अंजना के गर्भ से प्रकट हुए।
भक्तों ने शुभ मुहूर्त में हनुमान जी की लाल पुष्पों से पूजा की। सुंदरकांड और हनुमान चालीसा के पाठ किए। हनुमान मंदिरों में फूल बंगला झांकी सजाई गई। गलता गेट स्थित गीता गायत्री पंचमुखी हनुमान मंदिर में पं. राजकुमार चतुर्वेदी के सान्निध्य में अभिषेक कर पुष्पों से मनोरम श्रृंगार किया गया। जटवाड़ा स्थित बाला हनुमान मंदिर में हनुमान जी महाराज का जन्मोत्सव पर तेलाभिषेक किया गया। फूलों से आकर्षक श्रृंगार कर भोग लगाया गया।
शाम को दीपदान किया गया। अंबाबाड़ी स्थित संकटमोचन हनुमान मंदिर में हनुमान जन्मोत्सव पर विशेष झांकी सजाई गई। मंदिर ट्रस्ट के सचिव सुरेंद्र गुप्ता ‘अनुपम’ ने बताया कि हनुमान जन्मोत्सव पर बालाजी को नवीन पोशाक के साथ विशेष पुष्पों से श्रृंगार के साथ मंदिर प्रांगण को सजाया गया। बालाजी के 56 भोग की झांकी सजा कर भोग लगाया गया। सीकर रोड के ढहर के बालाजी, विद्याधर नगर के पापड़ के हनुमान जी, अंबाबाड़ी हनुमान मंदिर में भी वीर बजरंग बली का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया।