जयपुर। भजनलाल सरकार के घुमंतू समाज के उत्थान के प्रयासों पर पक्षपात करने वाले अधिकारियों पर पलीता लगाने का आरोप लगाते हुए भारत जोड़ो मिशन सोसाइटी के नेतृत्व में घुमंतु,अर्ध घुमंतु तथा विमुक्त जाति समाज के पंच पटेलों,नागरिकों तथा कार्यकर्ताओं ने अधिकारियों तथा प्रशासन के निचले स्तर के कर्मचारियों के पक्षपात पूर्ण रवैये के कारण सरकार के आदेश के बावजूद हजारों लोगों को यथा स्थान पर पट्टे नहीं मिलने पर विधानसभा कूंच का ऐलान किया है।
जयपुर के गोनेर रोड स्थित बागरियों की ढाणी मैं आयोजित घुमंतू समाज हित में आयोजित शिविर में भजनलाल सरकार की ओर से घुमंतू समाज हित में चलाए जा रहे ऐतिहासिक कार्यक्रमों पर चर्चा की गई एवं धन्यवाद प्रस्ताव पारित किया गया। इसके साथ ही आदेशों की अनुपालना में रोड़ा अटका रहे सरकारी अधिकारियों कर्मचारियों के खिलाफ विधानसभा में बड़े प्रदर्शन के लिए नौ सदस्य कमेटी का गठन किया गया।
भारत जोड़ो मिशन सोसाइटी के प्रदेश अध्यक्ष अनीष कुमार नाडार ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में पंचायती राज विभाग ने घुमंतु अर्ध घुमंतु तथा विमुक्त जाति समाज के लोगों को यथा स्थान पर पट्टे देने के आदेश सरकार ने दे दिए हैं। इसके बावजूद कहीं ग्राम पंचायत तथा पंचायत समिति स्तर पर ग्राम सचिव तथा विकास अधिकारी आदेशों की पालना नहीं कर रहे हैं । इस कारण आज प्रदेश भर में घुमंतु समाज सड़कों पर हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि शहरों में घुमंतू समाज जिस भूमि पर रह रहा है। इस भूमि पर पट्टे देने हेतु सरकार ने सर्वे का कार्य शुरू किया था। जिसे शहरी निकाय में भू माफियाओं के इशारे पर नाचने वाले अधिकारियों के कारण रद्दी की टोकरी में डाल दिया गया। कमोबेश यही काम जयपुर विकास प्राधिकरण में भी हुआ है ।
जिसमें सर्वे के नाम पर कार्य करने के लिए ना तो कर्मचारी उपलब्ध कराये गये ना ही इस दिशा में कोई ठोस कदम उठाया गया। बल्कि भू माफिया को घुमंतू समाज की कच्ची बस्तियों को कब्जा कर नकली कागजात के दम पर पट्टे लेने मैं मदद का कार्य जोर-शोर से चला दिया गया जिसकी जांच होनी चाहिए।
भारत जोड़ो मिशन सोसाइटी के घुमंतू समाज प्रदेश कमेटी ने मांग की हैं कि सरकार घुमंतू समाज के साथ-साथ घुमंतू समाज जिस भूमि पर रह रहा हैं । उसका भी पीटी सर्वे एवं नक्शा बनाकर घुमंतू समाज को पट्टे लेने में आ रही दिक्कतों को दूर करें।
विधानसभा कूंच के लिए बनाई गई
समिति में अनीष कुमार नाडार, विशन बावरी, प्रेम कोली, रोड़ी देवी बावरी, अंतरनाथ सपेरा, पप्पू नाथ, राम भजन बावरी, संजय लोहार, काली देवी, भागीरथ , प्रहलाद नाथ, कैलाश बंजारा, राजू बंजारा, पप्पू देवी, आदि शामिल किए गए हैं।