जयपुर। एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई कर राजस्थान के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर शेर सिंह उर्फ शेरा पहलवान पुत्र मोहन सिंह (33) निवासी गांव सौंख थाना मंगौर्रा जिला मथुरा हाल स्टेडियम नगर भरतपुर को मथुरा रेलवे स्टेशन से डिटेन किया है। आरोपी की गिरफ्तारी पर आईजी भरतपुर रेंज द्वारा 50 हजार रुपये का इनाम घोषित है।
अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस अपराध एवं एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स दिनेश एमएन ने बताया कि राज्य के विभिन्न जिलों में भेजी गई टीमों द्वारा अपनी पहचान छुपाते हुए कुख्यात इनामी बदमाशों के संबंध में आ सूचना संकलित की जा रही है।
इसी क्रम में आईजी प्रफुल्ल कुमार के पर्यवेक्षण एवं एसपी करण शर्मा व एडिशनल एसपी विद्या प्रकाश के सुपरविजन तथा सब इंस्पेक्टर नरेंद्र सिंह के नेतृत्व में गठित विशेष टीम एएसआई शैलेंद्र शर्मा, दुष्यंत सिंह, हेड कांस्टेबल शाहिद अली, कांस्टेबल रविंद्र सिंह, महेंद्र सिंह एवं बृजेश कुमार को राजस्थान के कुख्यात गैंगस्टर शेर सिंह उर्फ शेरा पहलवान के बारे में मुखबिर से मथुरा से दिल्ली जाने के बारे में पुख्ता सूचना मिली।
एडीजी एमएन ने बताया की इस सूचना पर भरतपुर गई एजीटीएफ की उक्त टीम व एसएचओ अटल बन्ध की टीम पीछा करते हुए रेलवे स्टेशन मथुरा पहुंची। तलाश के दौरान मुंह पर कपड़ा लपेटे एक व्यक्ति पुलिस को देख भागने लगा। जिस घेर कर पकड़ा गया। नाम पता पूछने पर शेर सिंह उर्फ शेरा पहलवान नाम बताया।
6 महीने से था फरार
पकड़े गए बदमाश शेर सिंह उर्फ शेरा पहलवान के विरुद्ध भरतपुर व करौली जिले में हत्या व आर्म्स एक्ट के तीन आपराधिक प्रकरण दर्ज है। 12 जुलाई 2023 को कुलदीप जघीना हत्याकांड के बाद आरोपी ने राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा व पंजाब आदि राज्यों में फरारी काटी।
यह है मामला
कुलदीप जघीना व कृपाल जघीना के बीच वर्चस्व को लेकर झगड़ा था। इसी को लेकर कुलदीप की गैंग ने भरतपुर में कृपाल जघीना की हत्या कर दी थी। बदला लेने के लिए 12 जुलाई को तारीख पेशी पर लाने के दौरान पुलिस अभिरक्षा में आमोली टोल प्लाजा पर कृपाल जघीना गैंग ने कुलदीप की ताबड़तोड़ गोलियां मार कर हत्या कर दी थी। मामले में शामिल बदमाश शेर सिंह उर्फ शेरा पहलवान घटना के बाद से ही फरार चल रहा था।
इस टीम की रही विशेष भूमिका
इस संपूर्ण कार्रवाई में एजीटीएफ के एसआई नरेंद्र सिंह, एएसआई शैलेंद्र शर्मा, दुष्यंत सिंह, हेड कांस्टेबल शाहिद अली, कांस्टेबल रविंद्र सिंह, महेंद्र सिंह एवं बृजेश कुमार की विशेष भूमिका तथा कांस्टेबल संजय का तकनीकी सहयोग रहा। भरतपुर से एसएचओ अटल बंध मनीष शर्मा, कांस्टेबल हरविन्द, करतार सिंह व अंकित शामिल है।