जयपुर। एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स पुलिस मुख्यालय की टीम ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त रहे पच्चीस हजार रुपये के इनामी आतंकी मोहम्मद मेराजुद्दीन (31) निवासी बजरिया रेलवे स्टेशन थाना गंगापुर सिटी को पकड़ा है। जयपुर एटीएस की टीम को दस सालों से इसकी तलाश थी। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स एवं अपराध दिनेश एमएन बताया कि साल 2014 में स्लीपर सेल ने भारत के विभिन्न स्थानों पर आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देने की योजना थी। इस मामले में प्रदेश के सीकर,जोधपुर एवं जयपुर जिले से तेरह आतंकियों को गिरफ्तार किया गया था। जिनमें से बारह को कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है।
एडीजी एमएन ने बताया कि इस मामले में थाना स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) जयपुर में विस्फोटक पदार्थ अधिनियम व विधि विरुद्ध क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था। पकड़ा गया आतंकी मोहम्मद मेराजुद्दीन घटना के समय से फरार चल रहा था। एटीएस-एसओजी एडीजी की ओर से 24 जनवरी 2018 को 25 हजार का इनाम घोषित किया गया था।
एजीटीएफ को सूचना मिली कि एटीएस से इनामी आतंकी मोहम्मद मेराजुद्दीन गंगापुर सिटी आया हुआ है। सूचना पर टीम द्वारा आतंकी के निवास और आसपास के क्षेत्र में सघन निगरानी की। सूचना पुख्ता होने के बाद स्थानीय थाना जाब्ता की मदद से आंतकी को पकड़ा गया। इसे अग्रिम कार्रवाई के लिए आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) टीम को सुपुर्द कर दिया गया है।
एडीजी ने बताया कि आतंकी मोहम्मद मेराजुद्दीन दिल्ली में ओखला स्थित मरकस, गुजरात एवं राजस्थान के विभिन्न जिलों में फरारी काट रहा था। प्रारंभिक पूछताछ में उसने बताया कि यह और इसके साथी इंडियन मुजाहिद्दीन एवं अन्य इस्लामी संगठनों से संपर्क में थे। साल 2014 में इनके द्वारा विभिन्न स्थानों पर आतंकी घटनाओं को अंजाम देने की योजना थी, पर इससे पहले ही इनके साथी सुरक्षा एजेंसियों की गिरफ्त में आ गए थे।
एमएन ने बताया कि आतंकी मोहम्मद मेराजुद्दीन को राजस्थान आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) को सुपुर्द किया जा चुका है। अग्रिम कार्रवाई उनके द्वारा की जा रही है। आरोपी से पूछताछ की जा रही है इसमें और भी खुलासे हो सकते हैं।
एडीजी ने बताया कि इस संपूर्ण कार्रवाई में एजीटीएफ के एसआई नरेंद्र सिंह, एएसआई शैलेंद्र शर्मा, हेड कांस्टेबल शाहिद अली, कांस्टेबल रविंद्र सिंह, महेंद्र सिंह, बृजेश कुमार की विशेष भूमिका तथा एएसआई दुष्यंत सिंह एवं कांस्टेबल संजय का तकनीकी सहयोग रहा। साथ ही सीओ गंगापुर सिटी बाबूलाल बिश्नोई मय जाब्ता द्वारा सहयोगी की भूमिका निभाई।