जयपुर। एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स पुलिस मुख्यालय की टीम ने उदयपुर जिले में वांछित इनामी रतनलाल बंजारा निवासी साडास (जिला चित्तौड़गढ़) को भीलवाड़ा के हमीरगढ़ थाना क्षेत्र में बरडोद चौराहे से दस्तयाब किया है। आरोपित की गिरफ्तारी पर उदयपुर एसपी द्वारा 25 हजार का इनाम घोषित है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स एवं अपराध दिनेश एमएन ने बताया कि सूचना के मिलने पर टीम ने हमीरगढ़ थाना इलाके में घेराबंदी कर पांच साल से फरार चल रहे 25 हजार के इनामी रतन लाल बंजारा को पकड़ लिया। आरोपित काफी शातिर प्रवृत्ति का है। पहली बार इसके विरुद्ध साल 2019 में उदयपुर जिले के थाना सूरजपोल में एनडीपीएस का मुकदमा दर्ज हुआ, जबकि प्रारंभिक पूछताछ में इसने उससे पहले पंजाब, हरियाणा व राजस्थान में अफीम, स्मैक एवं डोडा चूरा इत्यादि मादक पदार्थ बेचने का कार्य करना बताया।
गौरतलब है कि 17 अक्टूबर 2019 को एटीएस यूनिट उदयपुर एवं थाना सूरजपोल पुलिस ने रोडवेज बस स्टैंड की पीछे 100 फीट रोड पर खड़े आरोपित विक्रम कुमार गाडरी निवासी थाना गंगरार चितौड़गढ़ को 5 किलो 360 ग्राम अफीम सहित गिरफ्तार किया था। जिसने पूछताछ में आरोपित रतनलाल बंजारा से अफीम खरीद कर कालू जाट निवासी जरखाना थाना बड़ी सादड़ी चित्तौड़गढ़ को देने जाना बताया।
कालूराम ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। घटना के बाद से ही आरोपित रतनलाल फरार चल रहा था। पिछले 7-8 महीने से एजीटीएफ इसके पीछे पड़ी थी। लेकिन आरोपी अपने पास मोबाइल नहीं रखता है। इस वजह से इसे तलाशना कठिन हो रहा था। 6 महीने पहले प्राप्त आसूचना पर एजीटीएफ टीम निजी कार व बाइक से इसके गांव पहुंची।
पुलिस को देखते ही डेरो में रह रहे महिला पुरुष इकट्ठा होने लगे। टीम को भ्रमित करने आरोपित और इसके साथी अलग-अलग बाइक पर अलग-अलग दिशाओं में भागने लगे। बाइक से पीछा कर रहे टीम सदस्य कांस्टेबल गोपाल धाबाई व भूपेंद्र शर्मा इसी गफलत में बाइक स्लिप होने के कारण गिर गए और चोटिल हो गये। आरोपित भी अंधेरे और उबर खाबड रास्तों का सहारा लेकर फरार हो गया।
पहली बार किसी मुकदमे में नाम आने पर आरोपी फरार हो गया और अपने घर परिवार और जानकर लोगों से रिश्ता तोड़ लिया। आरोपी ने बताया कि उसने मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, जम्मू कश्मीर, मणिपुर, केरल आदि राज्यों में रहकर कंबल बेच एवं अन्य छोटे-मोटे काम कर फरारी काटी है। आरोपी को हमीरगढ़ थाने की निगरानी में रख सूरजपोल पुलिस को सूचना दे दी गई है।
पुलिस निरीक्षक राम सिंह नाथावत के कुशल नेतृत्व में गठित की गई टीम के सदस्य कांस्टेबल गोपाल धाबाई व विजय सिंह की संपूर्ण कार्यवाही में महत्वपूर्ण भूमिका रही। टीम में कांस्टेबल रामनिवास, भूपेंद्र शर्मा व ड्राइवर दिनेश कुमार एवं भीलवाड़ा जिले के थाना हमीरगढ़ थाने से कांस्टेबल इंद्रा राम शामिल था।