जयपुर। जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में काफी समय के बाद एशियाड सर्कस अपने पूरे साजो सामान के साथ मनोरंजन का खजाना लेकर आ चुका है,जिसकी शुरुआत शनिवार देर शाम विधि-विधान से हो चुकी है।
सर्कस के संचालक का कहना है कि सर्कस के कलाकार दर्शकों को बोर नहीं होने देते। सर्कस में एक के बाद एक हैरतअंगेज खेल एवं करतब दिखाकर सर्कस के कलाकार लोगों को तालियां बजाने और हंसने-हंसाने में मजबूर कर देते हैं। एशियाड सर्कस एयरकुल्ड़, आधुनिक तम्बू में अपने दर्शकों बैठने की व्यवस्था उपलब्ध करता है। जिसमें गर्मी से राहत के साथ हर आइटम को आरामदायक कुर्सियों पर बैठकर दर्शक आनंदपूर्वक मनोरंजन करते हैं।
एशियाड सर्कस के संचालक का कहना है सर्कस में तराशे हुए कलाकारों द्वारा जमीन से 60 फिट हवाई-झुला, रिंग डांस, फायर डांस, कलाकारों द्वारा स्टाइल से चलाते हुए साइकिल के करतब छोटे-छोटे (बोने) कलाकारों की हंसी की फुहार, गोले में तीन-तीन मोटरसाइकिल पर करतब दिखाते कलाकारों द्वारा दिल छु लेने वाली जिम्नास्टिक एवं बच्चों और पुरे परिवार के लिए बहुत से मनोरंजक करतब जो दर्शकों की वाहवाही बटोर ते हैं। दर्शकों के लिए सर्कस समय रोजाना दोपहर दो बजे, शाम पांच बजे और रात आठ बजे से रखा गया है।