जयपुर। बस्सी थाना इलाके में एक ऑटो चालक ने जहर खाकर सुसाइड कर लिया। मृतक की जेब में एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें उसने लिखा की उसके साथ विश्वासघात हुआ है मुझे धोखे पर धोखा मिला है। सुसाइड नोट के आधार पर चालक के बेटे ने दो रिश्तेदारों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज करवाया है।
जांच अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि गांव चारणवास बस्सी निवासी चंदालाल मीना (60) ने सुसाइड किया है। जो यहां परिवार के साथ रहते थे। जयपुर में ऑटो चलाते थे। 24 मई की रात करीब 12 बजे चंदालाल घर लौटे थे। घर पर पहुंचते ही चंदालाल ने उल्टियां करना शुरू कर दिया। तबीयत बिगड़ते देख दोनों बेटे उन्हें स्कूटी पर लेकर सीएचसी बस्सी पहुंचे। जहर खाने का पता चलने पर डॉक्टर्स ने चंदालाल को एसएमएस हॉस्पिटल रेफर कर दिया था।
एसएमएस अस्पताल ले जाते समय रास्ते में चंदालाल ने दम तोड़ दिया। रास्ते में बेटे रामकेश मीना के पिता चंदालाल की शर्ट की जेब में सुसाइड नोट मिला। मृतक के बेटे रामकेश मीना ने दोनों आरोपी रिश्तेदारों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज करवाया है।
मृतक ने सुसाइड नोट में लिखा कि प्रहलाद पुत्र रामनाथा गांव डोराभारा मेरा रिश्तेदार है। प्रहलाद बहुत दिनों से मेरे पीछे पड़ रहा था। तेरी जमीन पर मेरे को ट्रैक्टर दिला दे। मैं ईट-भट्टों पर चलाऊंगा। मैंने इसको कमाने-खाने के लिए महिंद्रा कंपनी का ट्रैक्टर दिलवा दिया। इस ट्रैक्टर में मेरा कोई हिस्सा नहीं था। मैं आपके ट्रैक्टर की किस्ते चुका दूंगा। मैंने पंजाब नेशनल बैंक गोनेर से इसको ट्रैक्टर दिलवाया था। इसने तीन महीने में दो किस्त जमा करवाई। 5 साल बाद बैंक ने मेरी जमीन की नीलामी निकाल दी।
मैंने लालचंद से पैसे लेकर बैंक को चुकाया। मेरे को इसने पैसा नहीं दिया। ट्रैक्टर को इसने किसी को बेच दिया। ट्रैक्टर के ओरिजिनल कागज महेन्द्र मोटर बस्सी चौधरी के पास हैं। मैं वहां कागज लेने गया तो चौधरी यह बोला कि मेरे 40 हजार ट्रैक्टर के बाकी है, उसने कागज नहीं दिए।
वहीं अशोक कुमार पुत्र रामकरण मीणा निवासी गांव चौरवाड़ा को मैंने 25 लाख में जमीन बेची थी। अशोक ने 17.50 लाख रुपए के चेक दिए थे, बाकी पैसा नहीं दिए। मेरी बच्चियों की शादी में मैंने अशोक से पैसा मांगा तो उसने मना कर दिया। 22 फरवरी 2023 में मुझसे उसने मेरा आधार, पेन कार्ड, 4 फोटो मांग ली, जो आज तक नहीं दिया। अशोक मेरे को बोला कि मैं रजिस्ट्री करवाना जानता हूं। मेरे को नोटिस भिजवाया। मैं बीमार होने के कारण नोटिस का जवाब नहीं दे पाया। भगवान साक्षी है कि जो मैंने इसमें लिखा है। जो सत्य है और अशोक मेरे को मारने की धमकी देता था।
अशोक एक नंबर फ्रॉड आदमी है। मेरे बच्चे की दिल्ली मेट्रो में नौकरी लगाने की कहकर 10 लाख रुपए तय किया था। मैंने अशोक को 4.40 लाख नौकरी के लिए दिए, 5.60 लाख रुपए बाकी रखे। अशोक ने बाकी की रकम के लिए स्टाम्प पर साइन करके देने को कहा। विश्वास करके हमने साइन करके दे दिए। अशोक बोला- एक कॉपी मैं आपको दूंगा, जो आज तक भी नहीं दी। इसने जमीन बेच दी। उसकी भी एक कॉपी नहीं दी। इसने चालाकी से मेरी जमीन का बेचान नामा लिखवा लिया। हमारे को पता ही नहीं। जब लालचंद इसके घर गया। तब हमको पता चला कि उसने बेचान नामा लिखवा लिया।