जयपुर। शास्त्री नगर के राजा पैराडाइज में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा महोत्सव के तृतीय दिन गुरुवार को व्यास पीठ से कथा व्यास पंडित उमेश व्यास ने भक्त प्रहलाद के चरित्र की कथा का श्रवण कराया। उन्होंने कहा कि संस्कारों से ही व्यक्ति धर्मपरायण, सत्यवादी, निष्ठावान और संस्कारवान बनता है। कुसंस्कार ही व्यक्ति को पतन की ओर ले जाते हैं।
भक्त प्रहलाद एक राक्षस का बेटा होकर भी भगवान का बहुत बड़ा भक्त बना। यह उनके बचपन में मिले संस्कारों से ही संभव हो पाया जो उनकी माता कयाधु ने उन्हें दिए। जड़ भरत की कथा और वामन भगवान पर राजा बलि की कृपा का प्रसंग भी हुआ। कथा में सजीव झांकियां आकर्षण का केन्द्र रही। शुक्रवार को राम जन्मोत्सव के बाद नंदोत्सव मनाया जाएगा।