जयपुर। बहुजन समाज पार्टी राजस्थान ने पार्टी नेता सुमरत सिंह जहाजी को पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने की वजह से बसपा से निष्कासित कर दिया है। साथ ही बसपा की ओर से जारी प्रेस नोट में कहा गया कि सुमरत सिंह जहाजी को पार्टी में अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण पार्टी से निष्कासित किया जाता है। राजस्थान बसपा अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने बताया कि जिला जयपुर बहुजन समाज पार्टी जिला यूनिट से सुमरत सिंह जहाजी के पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने की सूचना मिली थी। जिसके छानबीन की गई और यह सभी सत्य पाई गई।
जिसके बाद शनिवार को उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया। पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने की सूचना मिलने पर सुमरत सिंह जहाजी को कई बार चेतावनी दी गई थी। लेकिन इसके बावजूद भी उनकी कार्यशैली में कोई बदलाव नहीं आया तो पार्टी हित में फैसला लेते हुए सुमरत सिंह जहाजी बसपा से बाहर का रास्ता दिखाया गया।
राजस्थान बसपा अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने विधानसभा चुनाव परिणाम को लेकर कहा कि बसपा राजस्थान में बड़ी मजबूती संग चुनाव लड़ी है। इस चुनाव में बसपा के करीब आधा दर्जन विधायक चुनाव जीतेंगे। साल 2008 औऱ 2018 में जब उनके उम्मीवार जीतकर आए थे तो उन्होंने कांग्रेस को समर्थन दिया था, पर कांग्रेस ने उनके विधायकों को खरीदने और तोड़ने का काम किया। इससे सबक लेते हुए बसपा ने परिणाम आने से पहले ही बड़ा दांव खेला है।
जो भी विधायक चुनाव जीतकर आएंगे बिना शर्त के किसी पार्टी को समर्थन नहीं देंगेः बसपा सुप्रीमो मायावती
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा जो भी विधायक चुनाव जीतकर आएंगे। वह बिना शर्त के किसी भी पार्टी को समर्थन नहीं दिया जाएगा। उन जीते हुए विधायकों को मंत्री बनाया जाएगा तो ही सरकार में शामिल होंगे। बसपा के इस घोषणा के बाद सियासी गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई है।
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