जयपुर। महाशिवरात्रि के उपलक्ष्य में जवाहर कला केन्द्र के रंगायन सभागार में बुधवार को भजन संध्या सुमिरन का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग मंत्री कन्हैयालाल चौधरी ने दीप प्रज्जवलन कर भजन संध्या का शुभारंभ किया। इस मौके पर अतिथियों ने कलाकार आशुतोष के लिखे शिव भजन भोले शिव का लोकार्पण भी किया। नारायणा आर्ट्स एंड एंटरटेंमेंट की ओर से आयोजित भजन संध्या में कलाकार आशुतोष भट्ट ने सुमधुर भजन रचनाओं में भगवान शिवजी का गुणगान किया।
गणपति वंदना के साथ शुरू हुई भजन संध्या में आशुतोष भट्ट ने स्वरचित भजन रचना राम है वो राम है…गाकर माहौल को राममय बना दिया। इसके बाद कैलाश के निवासी नमो बार बार हूं…, तन मन की सुध बिसर गई है…, भोले तेरी जटा में बहती है गंग धारा…, हे प्रभु शिव शंभू मुझको अब तेरा ही आसरा…, भोले शिव भोले शिव बोलो…भजनों के माध्यम से आदिदेव महादेव का शब्दों से गुणगान किया।
आशुतोष भट्ट ने खाटू श्यामजी के फाल्गुन मेले के उपलक्ष्य में खुद का लिखा नया श्याम भजन मैंने सुना है तू सुनता तो है… भजन गाकर श्रोताओं की तालियां बटोरी। उन्होंने मुझे दास बना कर रख लेना…, अगर नाथ देखोगे…, मत कर तू अभिमान…, पलक झपकते बीते रैना…, हल्दीघाटी में समर लड्यो…,शीश गंग अर्धांग पार्वती (शिव स्तुति)…, जय जगदीश हरे…. भजनों की अपनी सुमधुर आवाज में पेश कर जवाहर कला केन्द्र के माहौल को धार्मिक मना दिया।
इन्होंने की संगत:
गिटार पर संजय माथुर, वायलिन पर मनभावन डांगी, तबले पर आशीष कुमार और कीबोर्ड पर अशफाक ने संगत की।