जयपुर। सुभाष चौक पानो का दरीबा स्थित आचार्य पीठ श्री सरस निकुंज में आचार्य महाप्रभु स्वामी श्यामचरणदास जी महाराज का 322 वां जयंती महोत्सव भाद्रपद कृष्णा एकादशी, 30 अगस्त से भाद्रपद शुक्ला पंचमी 8 सितंबर तक मनाया जाएगा। श्री सरस परिकर के प्रवक्ता प्रवीण बड़े भैया ने बताया कि प्रतिदिन शाम सात से रात्रि नौ बजे तक श्री गुरू भक्ति प्रकाश जी का सामूहिक पाठ और लीला चरित्र पर प्रवचन होंगे।
शुक्रवार 6 सितंबर को सुबह दस बजे अभिषेक, श्रृंगार, मध्याह्न 12 से शाम 6 बजे तक बधाई महोत्सव, बधाईगायन, नृत्यगान, रात्रि आठ बजे से सुबह पांंच बजे तक वाणी पाठ, बधाई महोत्सव और रात्रि जागरण होगा। सात और आठ सितंबर को शाम सात से रात्रि नौ बजे तक श्री भक्ति सागर जी का पाठ और बधाई गायन उत्सव होगा।
मुस्लिम शासक भी हुए नतमस्तक:
श्री सरस परिकर के प्रवक्ता प्रवीण बड़े भैया ने बताया कि आचार्य महाप्रभु स्वामी श्यामचरणदास जी महाराज ने मध्ययुग के मुगलकाल में आध्यात्मिकता की ऐसी अलख जगाई कि मुस्लिम शासक भी उनके आध्यात्मिक तेज के नतमस्तक होते थे। श्यामचरणदास जी महाराज ने पर्दाप्रथा के युग में महिलाओं को भक्ति मार्ग पर आगे बढ़ाया। उनकी प्रेरणा से सहजो बाई, दया बाई, ज्ञान बाई ने साध्वी बनकर भक्ति की अलख जगाई। सहजो बाई ने तो पुरुष श्रद्धालुओं को दीक्षा दी। श्यामचरणदास जी महाराज की वाणी पर विदेशी शोधकर्ताओंं ने शोध किया है।