जयपुर। जैन धर्म के 9वे तीथ्रकर भगवान पुष्पदंत स्वामी का जन्म एवं कल्याण महोत्सव बुधवार को भक्ति भाव से मनाया गया। जिसमें बुधवार को शहर के विभिन्न जैन मंदिरों में पूजा-अर्चना कर विशेष धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। सुबह भगवान पुष्पदंत स्वामी के अभिषेक के बाद विश्व में सुख-शांति और समृद्धि की कामना करते हुए शांतिधारा की गई। इसके बाद श्रीजी की पूजा-अर्चना की गई। पूजा के दौरान मंत्रोच्चार के साथ जन्म एवं तप कल्याणक अर्घ्य अर्पित किया गया। महाआरती के बाद समापन हुआ।
अखिल भारतीय दिगंबर जैन परिषद के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य एवं प्रदेश महामंत्री विनोद जैन ने बताया कि मनिहारों का रास्ता स्थित दिगंबर जैन मंदिर में सुबह पंचामृत अभिषेक, शांतिधारा, नित्य नियम पूजा के बाद पुष्पदंत भगवान की विशेष पूजा की गई। मंदिर की छत पर श्रमण संस्कृति संस्थान, सांगानेर के पंडित प्रकाश चंद्र जैन सानिध्य में पुष्पा लुहाडिया, प्रदीप लुहाडिया एवं अन्य ने ध्वजारोहण किया।
सांगानेर के दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र मंदिर संघीजी, आगरा रोड स्थित श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र चूलगिरी, मोती सिंह भोमिया का रास्ता स्थित श्री दिगंबर जैन मंदिर चौबीस महाराज सहित कई मंदिरों में पूजा-अर्चना के विशेष आयोजन हुए। आचार्य सौरभ सागर महाराज के सान्निध्य में त्रिवेणी नगर के श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में बुधवार को सम्मेद शिखर विधान हुआ। विधान में मौजूद सभी भक्तों ने भजनों पर नृत्य किया। आचार्य सौरभ सागर महाराज ने सम्मेद शिखर के प्रत्येक श्लोक पर उसकी महत्ता बताई गई।