जयपुर। जवाहर कला केन्द्र की ओर से बाल दिवस के उपलक्ष्य पर बचपन को उत्सव के रूप में मनाए जाने के उद्देश्य से बुकरू (चिल्ड्रन लिटरेचर फेस्टिवल) का आयोजन किया जा रहा है। 16 से 17 नवंबर को होने वाले दो दिवसीय फेस्टिवल में बच्चों से जुड़ी विभिन्न गतिविधियां होंगी, 9 देशों के 28 स्पीकर्स, 60 सेशंस में बच्चों से रूबरू होंगे। सुबह 11 बजे से शाम 4:30 बजे होने वाले फेस्टिवल में 4 से 14 साल के बच्चे नि:शुल्क हिस्सा ले सकेंगे।
सजेगा बच्चों का संसार
बुकरू में कहानी ट्री में बच्चों को रोचक कहानियां सुनने को मिलेंगी। क्राफ्टी कॉर्नर में बच्चों को विभिन्न क्राफ्ट बनाने का हुनर सिखाया जाएगा। डूडल वॉल वर्कशॉप में अलग-अलग थीम पर बच्चे पेंटिंग्स बनाकर अपनी रचनात्मकता को आकार देंगे। ‘द पोडियम’, ‘स्टूडियो’ और ‘ऑडिटोरियम’ सेशंस में स्टोरी टेलिंग, वर्कशॉप, बुक रीडिंग, एक्ट आदि के जरिए बच्चों की क्रिएटिविटी को पंख लगेंगे।
बुक फेयर और ऑनगोइंग एक्टिविटी भी…
बुकरू में बच्चों को किताबों के करीब लाने पर भी ध्यान दिया जाएगा। इसके लिए बुक फेयर भी लगेगा जिसमें बच्चों से जुड़ी अलग—अलग लेखकों की किताबें उपलब्ध रहेंगी। बुकरू में दो ऑनगोइंग एक्टिविटी होंगी जो दिनभर जारी रहेगी। वॉक अबाउट में जूलिया डोनाल्डसन की कल्पना से साकार होने वाला पात्र ब्रुफेलो केन्द्र में घूमकर बच्चों से मन की बात करेगा। वहीं आर इज फॉर राजस्थान में राजस्थान के नाम से मन में आने वाले तथ्य, संस्मरण व हर भाव को जाहिर कर सकेंगे।
ये रहेंगे एक्सपर्ट्स
बेंगलूरू से अलंकृता, गीता रामानुजम, मैत्री बिम्ब्रह मार्क्स, रचना छाबड़िया, मुंबई से आनंद नीलकांतन, मल्लिका रविकुमार, नंदिता दा कुन्हा, सिमरन तापड़िया, विनीता, कोलकाता से चारबक दिप्त, जैएल सिलिमन, प्रियंका चटर्जी, चेन्नई से सात्विक गाडे, जयपुर से शिल्पा मेहता, टीम प्रोग्रेसिव फोरम, टीम रंग मस्ताने, दिल्ली से मेघा गुप्ता, प्रत्युष गुप्ता, टीम डीके, वत्सला जुत्शी, सिंगापुर से क्लो चांद, हेमांगिनी दत्त मजूमदार, जर्मनी से एलिज़ाबेथ एट्ज़, फ्रांस से लॉरेंस ह्यूग्स, पुर्तगाल से मार्क पार्चो, नॉर्वे से मैक्स एस्टेस आदि एक्सपर्ट्स इस फेस्टिवल में शरीक होकर बच्चों का क्रिएटिविटी लेवल बूस्ट करेंगे।