जयपुर। चौमूं थाना इलाके में स्थित नेशनल हाईवे -52 पर (जयपुर-बीकानेर हाईवे ) पर स्कूल बस बेकाबू होकर पुलिया से नीचे गिर गई। इस हादसे में 12वीं की छात्रा की मौत हो गई। जबकि 9 बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। इस बस का फिटनेस पिछले साल मार्च में ही खत्म हो गया था। बावजूद इसके यह बस बच्चों को लेकर हाइवे पर चल रही थी।
इसका परमिट चोखी ढाणी से लेकर सिरसी रोड तक का था। नियमों की अनदेखी कर बस दूसरे रूट पर चल रही थी। सभी घायलों को हॉस्पिटल पहुंचाया गया। जहां डॉक्टर लगातार नजर बनाए हुए हैं। हादसा बस का ब्रेक फेल होने के कारण हुआ। बस में 25-30 बच्चे सवार थे। घटना के बाद मौके से ड्राइवर फरार हो गया। घटना की सूचना मिलने पर जयपुर पुलिस उपायुक्त जयपुर पश्चिम अमित कुमार बुडानिया चौमूं पहुंचे। उन्होंने सामोद रोड स्थित सिद्धि विनायक हॉस्पिटल में घायल बच्चों से घटना की जानकारी ली।
इस मौके पर एसीपी अशोक चौहान व कार्यवाहक थाना प्रभारी गणेश सैनी, पूर्व विधायक रामलाल शर्मा, भाजपा जिला अध्यक्ष श्याम शर्मा, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष अनुराग शर्मा भी हॉस्पिटल पहुंचे और घटना के बारे में जानकारी ली।
पुलिस के अनुसार बुधवार सुबह करीब 7.30 बजे एनएच-52 स्थित वीर हनुमान मार्ग पुलिया के पास स्कूल बस अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसे के बाद मौके पर भीड़ जुट गई। हादसे में छात्रा कोमल देवंदा (18) पुत्री शिशुपाल देवंदा, निवासी रामपुरा, डाबड़ी (चौमूं) की मौत हो गई। कोमल टारगेट करियर इंस्टीट्यूट (टीसीआई) में 12वीं क्लास की स्टूडेंट थी।
सूचना मिलते ही चौमूं पुलिस मौके पर पहुंची। 108 एंबुलेंस की मदद से सभी घायल बच्चों को हॉस्पिटल पहुंचाया गया। गंभीर रूप से घायल छह बच्चों को शहर के सिद्धि विनायक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। खेल स्टेडियम में मॉर्निंग वॉक कर रहे लोगों ने बताया कि उन्हें तेज धमाके की आवाज सुनाई दी। मौके पर पहुंचे तो बस पलटी हुई थी और बस में सवार बच्चे चीख रहे थे।
वहीं घायलों में सुमित चौधरी पुत्र मुरलीधर चौधरी निवासी रामपुरा, अंकिता कुमावत पुत्री शिवपाल कुमावत निवासी आंकेड़ा, मनीषा चौधरी पुत्री प्रहलाद सहाय निवासी आंकेड़ा, रवि शर्मा पुत्र बाबूलाल शर्मा निवासी आंकेड़ा, संजीव बुनकर पुत्र दिनेश कुमार बुनकर निवासी आंकेड़ा, देवेश कुंदल पुत्र सोहन लाल शर्मा निवासी रामपुरा, तनु प्रजापत पुत्री राकेश प्रजापत निवासी रामपुरा, वंश वर्मा निवासी रामपुरा और अक्षिता चौधरी निवासी आंकेड़ा शामिल हैं। इनका इलाज सिद्धि विनायक हॉस्पिटल में चल रहा है।
हादसे के बाद मौके पर जुटे लोगों ने आक्रोश जताया। चौमूं के सरकारी हॉस्पिटल में बड़ी संख्या में लोग जुटे और रोड पर दौड़ रहे अवैध वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। स्कूल प्रबंधन ने इस बस को किराए पर लगा रखा था। घटना के बाद स्कूल प्रशासन की ओर से कोई भी मौके पर नहीं पहुंचा था। इसको लेकर लोगों में भारी नाराजगी जताई।
एसीपी अशोक चौहान ने लोगों को समझाया। बावजूद इसके लोग स्कूल प्रशासन को मौके पर बुलाने की मांग पर काफी देर तक अड़े रहे थे। इस बात को लेकर चौमूं के सरकारी हॉस्पिटल के बाहर लोग धरने पर बैठ गए और नारेबाजी करने लगे। चौमूं एसीपी ऑफिस में दोनों पक्षों के बीच वार्ता हुई।
21 लाख रुपए के मुआवजे पर राजी हुए परिजन
एसीपी अशोक चौहान की समझाइश पर स्कूल प्रशासन मृतक छात्रा के परिजनों को 21 लाख रुपए मुआवजा देने पर राजी हुआ। जिला परिवहन अधिकारी ने चौमूं थाना अधिकारी को पत्र लिखकर स्कूल संचालक, बस मालिक सहित दुर्घटना के लिए जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने लिखा है कि बिना बाल वाहिनी परमिट के गाड़ी का संचालन किया जा रहा था। फिटनेस भी पिछले साल ही खत्म हो गया था।