जयपुर। त्यौहारी सीजन में बाजारों में रौनक देखने को मिल रही है। हैंडीक्राफ्ट प्रोडक्ट भी लोगों की पहली पसंद बनी हुई है। दस्तकारों के हुनर को पहचान और मंच देने के लिए जवाहर कला केन्द्र के शिल्पग्राम में लोकरंग महोत्सव के अंतर्गत ग्रामीण गैर कृषि विकास अभिकरण (रूडा) के सहयोग से राष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले का आयोजन किया जा रहा है।
विभिन्न राज्यों से आए दस्तकार यहां अपने उत्पादों की प्रदर्शनी लगा रहे हैं, फूड स्टॉल्स पर लोग व्यंजनों का लुत्फ उठा रहे हैं। सांस्कृतिक प्रस्तुतियां लोगों का मनोरंजन करने के साथ ही मेले की शोभा बढ़ा रही हैं। सोमवार को मेले का आखिरी दिन है ऐसे में जयपुर वासियों के पास दो दिन का अवसर है उचित दामों पर हैंडीक्राफ्ट प्रोडक्ट्स खरीदने का।
विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
शिल्पग्राम में सुबह 11 बजे से रात्रि 10 बजे तक मेले का आयोजन किया जा रहा है। यहां कठपुतली, बहूरूपिया, नट, कच्छी घोड़ी आदि राजस्थानी लोक कलाओं की प्रस्तुतियां दिनभर चलती रहती है। यहां रंग चौपाल पर दोपहर 4 बजे से लोक नाटकों की प्रस्तुति होती है। शाम पांच से साढ़े छह बजे राजस्थान समेत अन्य राज्यों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां होती हैं। रात्रि साढ़े आठ बजे से गायन सभा में मधुर गीत सुनने का अवसर मिलेगा।
हैंडीक्राफ्ट प्रोडक्ट्स आ रहे पसंद
त्यौहारी सीजन को ध्यान में रखते हुए मेले में सजावटी सामान, लकड़ी के फर्नीचर, बच्चों के खिलौने, कारपेट, आभूषण, लोहे से बने बर्तन, डिजाइनर बैग्स, कश्मीर, पंजाब, राजस्थान, पश्चिम बंगाल आदि राज्यों के प्रमुख हैंड प्रिंटेड टेक्सटाइल प्रोडक्ट्स जिनमें साड़ी, शॉल, कुर्तियां, शर्ट, यहां शोकेस किए जा रहे हैं। इसी के साथ आंध्र प्रदेश के कलाकारों के वुड प्रोडक्ट्स, स्टोन आर्ट, क्रोशे, ब्लू पॉटरी, मीनाकारी आदि उत्पाद यहां खरीद सकते हैं। दूसरे राज्यों से आए कलाकार भी यहां संस्कृतियों को साझा करते हुए अन्य राज्यों के प्रमुख उत्पादों की खरीद करते दिखाई दे रहे हैं।