जयपुर। राजधानी जयपुर के बजाज नगर स्थित राजस्थान खादी ग्रामोद्योग संस्था संघ की ओर से खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी चल रही है जो 13 जनवरी तक चलेगी। इस प्रदर्शनी में 200 स्टाल लगाई गई है। जिनमें से 120 स्टॉल खादी व 80 स्टॉल ग्रामोद्योग उत्पाद की हैं।
इस खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी लोग जमकर खरीदारी कर रहे है तो वहीं चित्तौड़गढ़ जिले के कपासन का प्रसिद्ध तिलकुटा विशेष आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। जहां जयपुर सहित राजस्थान से आए लोग इसे खाए बिना नहीं रह रहे है। साथ ही लोग किलो के हिसाब से पैक कर ले जा भी रहे है।
चित्तौड़गढ़ के कपासन निवासी देवी लाल साहू ने बताया कि वह पिछले बीस साल से सह काम कर रहे है और वह हर साल खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी में मूंगफली,सरसो नारियल और तिल तेल सहित चित्तौड़गढ़ जिले के कपासन का प्रसिद्ध तिलकुटा की स्टाल लगा रहे है।
जानकारी के अनुसार राजस्थान खादी ग्रामोद्योग द्वारा साल में सिर्फ एक बार इस मेले का आयोजन करता हैं जिसमें खादी प्रोडक्ट्स पर लोगों को विशेष छूट दी जाती है। पिछले 13 साल से जयपुर में हर साल खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है।
जिसमें खादी के शानदार कपड़े खादी से तैयार ऊनी, सूती, रेशमी और पाली के सभी कपड़े उपलब्ध है। इस खादी ग्रामोद्योग मेले की सबसे खास बात यह है कि यहां खादी के प्रांतीय उत्पादों पर 50 प्रतिशत और पर प्रांतीय उत्पादों पर लोगों को 25 प्रतिशत की विशेष छूट दी जा रही हैं । इसलिए लोग अन्य मेलों के बजाएं खादी मेले से खरीदारी करना पसंद करते हैं। इसके साथ ही हाथों से तैयार किए हुए शुद्ध खाद्य पदार्थ जिनमें अचार, मसाले, नमकीन, पापड़ आयुर्वेदिक दवाइयां,चित्तोडगढ का प्रसिद्व तिलकुटा आदि शामिल है।
इस खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी में लोगों की जमकर भीड़ उमड़ रही हैं। इस मेले में खरीदारी के साथ लोग खाने पीने के व्यंजनों का भी आनंद ले सकते हैं। खादी मेले में लोगों की एंट्री बिल्कुल फ्री है और पार्किंग के लिए भी किसी प्रकार का कोई शुल्क नहीं हैं। खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी सुबह 12 बजे से रात 8.30 तक चलती हैं। जिसमें जयपुर ही नहीं बाहरी जिलों से भी लोग खादी के सामानों को खरीदने के लिए पहुंच रहे हैं। इनमें खासकर छोटे व्यापारी जो गांव गांव तक खादी प्रोडक्ट्स को लेजाकर बेचते हैं।