काठमांडू। नेपाल में हाल ही में भारी बारिश से आई बाढ़ एवं भूस्खलन से मरने वालों की संख्या गुरुवार शाम तक बढ़कर 250 पहुंच गयी। नेपाल पुलिस के अनुसार 19 लोग लापता हैं और 173 अन्य घायल हुए हैं। भौतिक अवसंरचना और परिवहन मंत्रालय ने कहा कि 27 और 28 सितंबर को लगातार मानसूनी बारिश के कारण हुई आपदाओं में अवरुद्ध हुए 34 राजमार्गों में से पांच को अभी भी साफ किया जाना बाकी है। मंत्रालय के अनुसार बाधित राजमार्गों को अस्थायी रूप से फिर से शुरू करने के लिए कम से कम तीन अरब नेपाली रुपये (22.4 मिलियन अमेरिकी डॉलर) की आवश्यकता थी।
लेखक ने राष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण और प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीआरआरएमए), मुख्य जिला अधिकारियों और स्थानीय निकायों से आपदाओं के संभावित जोखिम के प्रति सावधानी बरतने का आग्रह किया। मंत्रालय ने जनता से सतर्क रहने, भारी वर्षा के संभावित खतरों और उसके परिणामों को कम करने के लिए तैयार रहने की भी अपील की।
लेखक ने कहा कि मैंने कोशी और बागमती प्रांत के मुख्य जिला अधिकारियों और आपदाग्रस्त प्रांतों में सभी सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुखों को अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है। भूस्खलन और बाढ़ के कारण प्रमुख राजमार्गों और सड़कों की स्थिति को ध्यान में रखते हुए लेखक ने यात्रियों से यात्रा करते समय सावधान रहने का आग्रह किया।
गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ऋषिराम तिवारी ने कहा कि बाढ़ प्रभावित इलाकों से अब तक 13,071 लोगों को बचाया गया है। पिछले गुरुवार से शुरू हुई आपदा रविवार तक कई प्रांतों में व्यापक विनाश का कारण बनी रही। इससे हजारों लोग विस्थापित हो गए। खोज, बचाव और राहत वितरण के सभी प्रयासों के लिए नेपाल सेना, सशस्त्र पुलिस बल और नेपाल पुलिस सहित 20,000 से अधिक सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है।