जयपुर। सोमवती अमावस्या पर श्रद्धालुओं ने दान-पुण्य किया। गलताजी में आस्था की डुबकी लगाई। मंदिरों में दर्शन कर गायों को चारा और गुड़ खिलाया। पितृों के निमित्त हवन और तर्पण किया। घरों में खीर बनाकर ठाकुरजी को भोग लगाया गया। गोशालाओं में लोगों ने गायों को हरा चारा और गुड़ खिलाया। गोविंद देवजी मंदिर में ठाकुरजी को काले रंग की पोशाक धारण कराकर ऋतु पुष्पों से मनोरम श्रृंगार किया गया।
पितृों के निमित्त चतुर्दशी का जगराता कर सोमवार को हवन और तर्पण किया गया। गायत्री शक्तिपीठ ब्रह्मपुरी में पितरों के निमित्त यम गायत्री मंत्र से विशेष आहुतियां अर्पित की गई। सोमवती अमावस्या को विप्रगण बाग-बगीचों और ग्रामीण इलाकों के खेतों में जाकर कुशा तोडक़र लाए। ये साल भर काम में ली जाएगी।
हरि ओम जन सेवा समिति, राजस्थान की ओर से विद्याधनगर की घूंमतु बस्तियों में दूध का वितरण किया गया। अध्यक्ष पंकज गोयल ने बताया कि समिति के संस्थापक राजेन्द्र सदानंद महाराज के सान्निध्य में जरुरतमंदों को दूध की थैलियां वितरित की गई। श्यामसेवी संस्थाओं की ओर से विभिन्न मंदिरों में अमावस्या का संकीर्तन किया गया। श्याम प्रभु का दरबार सजाकर भजनों से रिझाया गया।