जयपुर। निर्जला एकादशी पर आराध्य देव गोविंद देवजी, पुरानी बस्ती स्थित गोपीनाथ जी, चौड़ा रास्ता स्थित राधा दामोदर जी सहित सभी प्रमुख वैष्णव मंदिरों में श्रद्धालुओं का ऐसा हुजूम उमड़ा कि मंदिर के बाहर वाहनों का जाम लग गया। गोविंद देवजी मंदिर में सुबह मंगला झांकी से ही दर्शनार्थियों का तांता लग गया। धूप झांकी और श्रृंगार झांकी में तो मंदिर परिसर में पैर रखने की भी जगह नहीं बची।
मंदिर महंत अंजन कुमार गोस्वामी और प्रबंधक मानस गोस्वामी ने ठाकुर जी की श्रृंगार झांकी में आरती की। राजभोग झांकी, शाम की ग्वाल झांकी, संध्या झांकी और रात्रि की शयन झांकी तक कई लाख दर्शनार्थियों ने ठाकुर जी के दर्शन किए। कई श्रद्धालु बाल गोपाल को साथ लेकर मंदिर पहुंचे। दर्शनार्थियों को व्यवस्थित दर्शन कराने के लिए स्वयंसेवकों ने पुलिस से अधिक मुस्तैदी से मोर्चा संभाला। श्रृंगार झांकी में ठाकुरजी को चटख लाल रंग की पोशाक धारण कराकर गोचारण लीला के आभूषण धारण कराए गए।
चंदन से विशेष श्रृंगार किया गया। ठाकुरजी ने चांदी के सिंहासन पर राधा रानी संग शाम को जल विहार भी किया। मंदिर के गर्भगृह में चांदी के फव्वारे से छूटती शीतल जल धारा में ठाकुरजी पंद्रह मिनिट तक भीगते रहे। इस मौके पर ठाकुरजी को पांच तरह के फलों का भोग लगाया गया। शाम को मोगरे की कलियों से सजी फूल बंगला झांकी आकर्षण का केन्द्र रही।