जयपुर। छोटी काशी में आस्था के पावन केंद्र श्री अमरापुर स्थान में कार्तिक माह की हरप्राबोधिनी एकादशी हर्षल्लास के साथ मनाई गई। मंगलवार प्रात 6 से 7 बजे तक प्रभात फेरी निकाली गई। संतो ने प्रभात फेरी में मंत्रों का जाप किया और हरि प्रिय नमो का उच्चारण कर संकीर्तन किया।
संत मोनूराम महाराज ने बताया कि धार्मिक शास्त्रों के अनुसार आषाढ़ शुक्ल पक्ष में एकादशी तिथि को शंखासुर दैत्य का वध हुआ। अत: उसी दिन से आरम्भ करके भगवान चार मास तक क्षीर समुद्र में शयन योग निद्रा करते हैं! चतुर्मास के पश्चात कार्तिक शुक्ल एकादशी को योग निद्रा से जागते हैं ! संतो ने बताया कि आज के विशेष दिन हरि गुणगान, जागरण, व्रत का बड़ा फल होता है ! भगवान श्री हरि विष्णु की का कीर्तन, धूप दीप, कपूर से आरती स्तुति करने से लोक परलोक सफल होते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
हरि नाम है सर्व आधारा, हरि नाम है पापन हारा, हरि की भक्ति जो कोई करता, पावत मोक्ष द्वारा साय काल के समय में भी श्री अमरापुर स्थान पर संतो द्वारा हरि नाम गुणगान किया गया। एकादशी के शुभ दिन पर प्रेमी श्रद्धालुओं का दर्शन दीदार के लिए दिन भर तांता लगा रहा । एकादशी पर भक्तों को फलाहार का प्रसाद वितरित किया गया। 3 नवंबर से प्रारंभ हुए कार्तिक उत्सव का समापन 15 नवंबर शुक्रवार को कार्तिक पूर्णिमा के दिन होगा।