जयपुर/रतनगढ़। किसान दिवस के मौके पर देशभर के किसानों को सम्मानित करने के प्रयास में धानुका एग्रीटेक लिमिटेड ने रतनगढ स्थित धानुका एग्रीकल्चर रीसर्च एण्ड टेक्नोलॉजी सेंटर में किसान दिवस प्रोग्राम का आयोजन किया। इस अवसर पर कृषि की आधुनिक तकनीकों पर विचार प्रस्तुत किए गए, साथ ही जाने-माने वैज्ञानिकों के साथ भारतीय कृषि के भविष्य पर चर्चा की गई।
कार्यक्रम ने किसानों को सशक्त बनाने और स्थायी कृषि प्रथाओं को बढ़ावा देने की धानुका की प्रतिबद्धता को दर्शाया। इस अवसर पर रबी फसलों जैसे गेंहूं, सब्ज़ियों और सरसों पर विशेष डेमो और प्रशिक्षण सत्र भी आयोजित किए गए। किसानों को विशेषज्ञों के साथ कृषि की आधुनिक तकनीकों के बारे में जानने और सीखने का मौका मिला।
मुख्य अतिथि विपुल गोयल, राजस्व एवं आपदा प्रबन्धन मंत्री, शहरी स्थानीय निकाय एवं नागरिक उड्डयन, केबिनेट मंत्री, हरियाणा ने प्रोग्राम का उद्घाटनकिया। माननीय अतिथि डॉ पीके सिंह, कृषि आयुक्त, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, भारत सरकार भी इस अवसर पर माननीय अतिथि के रूप में मौजूद रहे। बड़ी संख्या में किसानों ने आयोजन में हिस्सा लिया और उनमें नई तकनीकों को सीखने के लिए काफी जोश नज़र आया।
इस तरह के आयोजन किसानों को कृषि की नई एवं आधुनिक प्रथाओं पर जागरुक बनाने में योगदान देते हैं। इस कार्यक्रम ने भी कृषि के विकास और स्थायित्व को बढ़ावा देकर किसानों को लाभान्वित किया है।
धानुका ने चिरंजीलाल धानुका सीनियर सैकण्डरी स्कूल और आदर्श विद्या मंदिर, रतनगढ़, राजस्थान में विशेष शैक्षणिक प्रोग्राम का आयोजन भी किया। वर्तमान में चल रहे धानुका के कैंपेन ‘मैं किसान बनना चाहता हूं’ के तहत इन गतिविधियों का आयोजन किया गया। यह कैंपेन छात्रों को भारतीय अर्थव्यवस्था में किसानों के योगदान, कृषि के महत्व तथा कृषि पर टेक्नोलॉजी के बदलाव कारी प्रभाव के बारे में जागरूक बनाता है। इस आयोजन ने छात्रों को बताया कि उनके लिए कृषि क्षेत्र में करियर बनाने की ढेरों संभावनाएं हैं।
‘‘हमें खुशी है कि हमने 10 गांवों को अडॉप्ट किया है और इस आयोजन में 200 किसानों को एक मंच पर लेकर आए। इस तरह के कार्यक्रम न सिर्फ किसानों को कृषि की आधुनिक तकनीकों पर शिक्षित करते हैं, बल्कि उन्हें ज़रूरी ज्ञान एवं सहयोग प्रदान कर स्थायी भविष्य के लिए तैयार भी करते हैं। यह देखकर अच्छा लगता है कि किसानों ने उत्साह के साथ विशेषज्ञों से बातचीत की और नए तरीके सीखने में रूचि दिखाई।
ये प्रयास हमारे कृषि समुदाय की क्षमता को दर्शाते हैं।’’ रत्नेश पाठक, हैड ऑफ ब्रांडिंग एण्ड एडवरटाइज़िंग, धानुका एग्रीटेक लिमिटेड ने कहा। मनुबहादुर, डिप्टी जनरल मैनेजर ने कृषि पर अपने व्यक्तिगत अनुभवों को साझा किया। उन्होंने कहा आज की पीढ़ी ओर नई तकनीकें जैसे ड्रोन स्प्रेइंग और सेंसरफार्मिंग कृषि क्षेत्र में प्रगति को बढ़ावा दे सकती हैं।
धानुका एग्रीटेक ने ग्रामीण समुदायों के कल्याण, किसानों को ज़रूरी जानकारी एवं संसाधनों के साथ सशक्त बनाने तथा कृषि उत्पादकता बढ़ाने के प्रयासों के तहत किसान दिवस प्रोग्राम का आयोजन किया। किसानों, वैज्ञानिकों और नीति निर्माताओं को एक दूसरे के साथ जोड़कर इस प्रोग्राम ने स्थायी कृषि के लिए धानुका की प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया है।
इसके अलावा धानुका एग्रीटेक विभिन्न केन्द्रीय संस्थानो, एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी ऐप्लीकेशन रीसर्च इंस्टीट्यूट्स और कृषि विज्ञान केन्द्रों के सहयोग से देशभर में 14.5 करोड़ से अधिक किसानों को प्रशिक्षण दे रही है, जिनमें से अधिकतर छोटे किसान हैं।